शरीर के अलग-अलग हिस्सों को एक्सफ़ॉलिएट करने के लिए अलग-अलग चीज़ों का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि हर हिस्से की त्वचा अलग होती है और उनकी ज़रूरतें भी. एक्सफ़ॉलिएशन मृत कोशिकाओं से छुटकारा दिलाकर रक्तप्रवाह को बढ़ाता है. जिससे आपकी त्वचा की सेहत दुरुस्त होती है. इसके अलावा सही ढंग से किया गया एक्सफ़ॉलिएशन आपको इंफ़ेक्शन्स से भी दूर रखता है. इसलिए न केवल चेहरे, बल्कि आपके पूरे शरीर को एक्सफ़ॉलिएशन की ज़रूरत होती है.
चेहरे को उंगलियों से करें एक्सफ़ॉलिएट: चेहरे को एक्सफ़ॉलिएट करने के लिए अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे बेहतर आपकी नाज़ुक त्वचा के लिए और कुछ भी नहीं है. बहुत ज़्यादा तेज़ी से स्क्रब न करें. हो सके तो घर पर बनें स्क्रब्स का इस्तेमाल करें.
पैरों के लिए पमिस स्टोन चुनें: एड़ियों को नियमित रूप से एक्सफ़ॉलिएशन की ज़रूरत होती है, वर्ना वे दरारयुक्त और सख़्त हो जाती हैं. पमिस स्टोन आपके पैरों को ख़ासकर एड़ियों को एक्सफ़ॉलिएट करने के लिए बिल्कुल सही विकल्प है, लेकिन इसका इस्तेमाल हल्के हाथों से करें. और पैरों पर पहले क्लेंज़र या बॉडी वॉश लगाएं और फिर इससे एक्सफ़ॉलिएट करें. बेहतर होगा, यदि आप पैरों को कुछ देर के लिए गर्म पानी में डुबोकर रखें और उसके बाद पमिस स्टोन का इस्तेमाल करें.
शरीर के बाक़ी हिस्सों के लिए लूफ़ा का इस्तेमाल करें: हाथ, पैर, पेट, जांघ, जैसे शरीर के बाक़ी हिस्सों के लिए आप लूफ़ा का प्रयोग कर सकती हैं. प्लास्टिक से बने लूफ़ा की बजाय नैसर्गिक चीज़ों से तैयार किए गए लूफ़ा स्क्रब्स का इस्तेमाल करें. ध्यान रहे कि लूफ़ा का टेक्स्चर मुलायम हो और एक्सफ़ॉलिएट करते समय आप बहुत ज़्यादा तेज़ी से या कसकर लूफ़ा को त्वचा पर न रगड़ें.
नाज़ुक हिस्सों पर मुलायम गीले कपड़े का प्रयोग करें: अंडरआर्म्स से लेकर गर्दन तक को एक्सफ़ॉलिएट करने के लिए आप गीले कपड़े या तौलिए का इस्तेमाल कर सकती हैं. गर्म पानी में कपड़े या तौलिए को गीला कर हल्के हाथों से रगड़कर त्वचा को साफ़ करें.