राज्यसभा संसद में पुरुष सांसद के मुकाबले कितनी महिला सांसद हैं मौजूद, जानें इनका नाम और काम

मौजूद, जानें इनका नाम और काम

Update: 2023-09-06 07:27 GMT
भारत के राजनीतिक इतिहास में कई प्रभावशाली महिला राजनेता रही हैं। आपको वर्तमान महिला राजनेता से पहले प्रसिद्ध भारतीय महिला राजनेताओं में शामिल नेता को जानते हैं।
इंदिरा गांधी: वह भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और उन्होंने 1966 से 1977 और 1980 से 1984 तक इस पद पर कार्य किया। एक प्रभावशाली महिला राजनेता के तौर पर न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में अपने नाम का परचम लहराया था।
सरोजिनी नायडू: वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक प्रमुख नेता थीं और उन्होंने 1947 से 1949 तक भारत की पहली महिला राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
सुचेता कृपलानी: वह स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक प्रमुख नेता थीं। उन्होंने 1937 से 1939 तक उत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
ममता बनर्जी: वह पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री हैं और वह भारतीय तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख नेता हैं।
जयललिता: वह तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री थीं और वह ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईडीएमके) की प्रमुख नेता थीं।
विजय लक्ष्मी पंडित: वह भारत की पहली महिला विदेश मंत्री थीं और उन्होंने 1953 से 1961 तक इस पद पर कार्य किया।
प्रज्ञा ठाकुर: वह भारतीय जनता पार्टी की एक वरिष्ठ नेता हैं और वह 2014 से 2019 तक मध्य प्रदेश की राज्यपाल थीं।
उमा भारती: वह भारतीय जनता पार्टी की एक वरिष्ठ नेता हैं और वह 2003 से 2004 तक मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
मायावती: भारतीय राजनीतिज्ञ और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिन्होंने 1995 से 1995, 1997 से 1997, 2002 से 2003 और 2007 से 2012 तक उत्तर प्रदेश की 18वीं मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
ये महिला राजनेताओं ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए काम किया है। वर्तमान में राज्यसभा संसद में कुल 224 सदस्य हैं। इनमें से 24 महिला सांसद हैं, जो पुरुष सांसदों की तुलना में 11% ही हैं। आपको बता दें, लोकसभा में कुल 542 सदस्य हैं, जिनमें से 78 महिला सदस्य हैं।
राज्यसभा में महिला सांसदों में से कुछ खास जिम्मेदारी:
डॉ॰ सुमित्रा वाल्मीकि: वह भारतीय जनता पार्टी की एक वरिष्ठ नेता हैं और राज्यसभा की उपसभापति हैं। उन्होंने 2017 से इस पद पर कार्य किया है।
पी.टी. उषा: वह एक पूर्व ओलंपिक एथलीट हैं और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। वह 2021 से राज्यसभा की सदस्य हैं।
श्रीमती फांगनोन कोन्याक: वह एक नागा राजनीतिज्ञ हैं और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। वह 2023 से राज्यसभा की सदस्य हैं।
श्रीमती सुलताना जहीर: वह एक पूर्व आईएएस अधिकारी हैं और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। वह 2023 से राज्यसभा की सदस्य हैं।
श्रीमती जयंतिमा सिंह: वह एक पूर्व आईएफएस अधिकारी हैं और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। वह 2023 से राज्यसभा की सदस्य हैं।
इन महिला सांसदों ने राज्यसभा में कई महत्वपूर्ण बिलों और प्रस्तावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भी काम किया है।
राज्यसभा में महिला सांसदों के कुछ खास काम:
लगातार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कानूनों और नीतियों का समर्थन करना।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओं के लिए अवसरों का विस्तार करना।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को रोकने के लिए काम करना।
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कार्यक्रमों और उपायों का समर्थन करना।
राज्यसभा में महिला सांसदों की संख्या में वृद्धि भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह महिलाओं को देश की राजनीति में अधिक प्रतिनिधित्व और आवाज प्रदान करने में मदद करेगा।
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