Black Tea कैसे बनती है? परफेक्ट स्वाद के लिए जानें कब मिलाएं नींबू का रस

Update: 2024-08-28 12:50 GMT

Lifetyle.लाइफस्टाइल: क्या कभी आपने काली चाय पी है। अगर नहीं तो आपको इसे एक बार जरूर ट्राई करना चाहिए। दरअसल, काली चाय दूध वाली चाय की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होती है। सुबह-सुबह इस चाय को पीना मेटाबोलिज्म बूस्ट करता है और दिन को एक परफेक्ट स्टार्ट देता है। लेकिन, कुछ लोगों को काली चाय का स्वाद पसंद नहीं होता या कहें कि बहुत से लोगों को इसे बनाने का तरीका भी नहीं मालूम होता है। ऐसी स्थिति में आप इन टिप्स की मदद से काली चाय बनाकर पी सकते हैं। तो आइए, जानते हैं काली चाय की असली रेसिपी।

काली चाय कैसे बनाएं-
सामग्री
-चायपत्ती
-पानी
-शहद या चीनी
-नींबू
-थोड़ा सा नमक
-चाट मसाला
काली चाय बनाने का तरीका
-काली चाय बनाने के लिए सबसे पहले सॉसपैन में पानी डालें।
-इसमें चायपत्ती डालें और पकाएं।
-इसमें थोड़ा सा नमक और चाट मसाला मिलाएं।
-जब ये पक जाए तो इसे छान लें।
-अब इसे 1 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
-शहद मिलाएं और फिर चाय को सर्व करें।
-अब ठीक पीने से पहले इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं और पी जाएं।
कब मिलाएं काली चाय में नींबू का रस
पीने से ठीक पहले नींबू का रस मिलाने के पीछे वजह ये है कि नींबू अगर आप बहुत देर पहले मिलाएंगे तो ये चाय में पूरी तरह से घुलकर इसे खट्टी बना देगी। फिर अगर आपने इसे खाली पेट पी लिया तो आपको गैस की दिक्कत भी हो सकती है। इसलिए आपको काली चाय में नींबू का रस अंत में पीने से ठीक पहले मिलाना चाहिए।
काली चाय पीने के फायदे
काली चाय का कैफीन और इसके कुछ अन्य रासायनिक घटक वायरस को मार सकते हैं, जो त्वचा संक्रमण और पिंपल्स को रोकने में मदद करता है। यह त्वचा को विटामिन बी, सी, ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे खनिजों और आवश्यक पॉलीफेनोल्स और टैनिन के साथ पोषण देता है। काली चाय आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। काली चाय में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स और रोगाणुरोधी गुण मेटाबोलिज्म तेज करने और फिर कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं। इससे जो भी आप खाते हैं तेजी से पचता है, वजन नहीं बढ़ता और वेट लॉस में मदद मिलती है।
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