पीरियड्स महिला में होने वाली एक स्वाभाविक और नेचुरल प्रक्रिया है। कई महिलाओं और लड़कियों में पीरियड्स के दौरान इतनी ज़्यादा ब्लीडिंग होती है कि उन्हें दिन में कई बार पैड्स और कपड़े तक बदलने पड़ जाते हैं। हालांकि कुछ लड़कियों में हैवी ब्लीडिंग का कारण कुछ समय के लिए हार्मोन में होने वाला बदलाव भी होता है। ऐसी स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हैवी ब्लीडिंग की समस्या को अनदेखा करने से आपको एनीमिया, मूड स्विंग, थकान और तनाव की समस्या हो सकती है। इससे निजात पाने के लिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पीरियड्स के दौरान होने वाली हैवी ब्लीडिंग में आराम दिलाएगी। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
बबूल
कई महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है। इस तरह की समस्या होने पर बबूल का गोंद को घी में भून कर पीस लें अब इसमें बराबर वजन में असली सोना गेरू पीसकर मिला कर तीन बार छान कर शीशी में भर लें। पीरियड्स के दिनों में सुबह शाम 1-1 चम्मच चूर्ण ताजे पानी के साथ लेने से बहुत ज्यादा ब्ली डिंग होना बन्द हो जाता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी एक दर्दनिवारक हर्ब है। हैवी पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए आप हल्दी के दूध का सेवन करें। रोजाना एक हफ्ते तक हल्दी वाला दूध पिएं। हल्दी वाले दूध का सेवन आपको रात में करना चाहिए। वहीं खाने में भी आप हल्दी डालकर खाएं पर हल्दी और दूध के मिश्रण का सेवन करने से हैवी पीरियड्स की समस्या भी दूर होती है और दर्द से भी निजात मिलता है। दूध में आप हल्दी के अलावा दालचीनी भी मिला सकते हैं। दालचीनी से भी पीरियड्स के दौरान होने वाली क्रैम्पस की समस्या से निजात मिलता है।
धनिये के बीज
पीरियड्स के दौरान अगर बहुत अधिक ब्लीडिंग हो रही हो तो धनिया के बीजों का इस्तेमाल किया जा सका है। ये हॉर्मोन्स को संतुलित करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। धनिया के बीजों को दो कप पानी में भिगों दीजिए। इसे उबलने के लिए रख दीजिए। जब पानी आधा हो जाए तो उसे उतार लीजिए। इसमें थोड़ी सी मात्रा में शहद मिलाकर पीने से राहत मिलेगी। ऐसा दिन में 2 से तीन बार कीजिए।
गाजर और अदरक
हैवी फ्लो की समस्या है तो अदरक को कुचलकर उसमे शहद मिलाएं। इस मिश्रण को खाने से राहत मिलती है। साथ ही गाजर को पीरियड के दौरान खाएं। हैवी फ्लो होने पर गाजर के रस में अदरक के रस को मिलाकर पीने से दर्द और फ्लो में राहत मिलती है।
अंजीर की पत्तियां
अंजीर की ताजा और कोमल पत्तियों से तैयार रस हैवी ब्लीडिंग को रोकने में कारगर होता है। पीरियड्स के दौरान 1 दिन में 2 बार लिया अंजीर का रस हैवी ब्लीडिंग के लिए एक प्रभावी उपचार है। इस काढ़े को बनाने के लिए एक कप पानी में थोड़ी सी अंजीर की ताजा पत्तियों को लेकर उबाल लें।
सरसों के दाने
सरसो के दानों को मिक्सी में डालकर उसका पाउडर बना लें। पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होने पर गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच इसके पाउडर को फांक लें। बहुत ही असरदार घरेलू नुस्खा है।
दालचीनी
इसके लिए आप सबसे पहले एक कप उबलते पानी में दालचीनी की एक स्टिक डालकर इसकी एक कप चाय तैयार कर लें। और इसे दिन में दो बार पिएं। यह आपको हैवी ब्लीडिंग को रोकने में मदद करेगा।
सिरका
बहुत अधिक ब्लीडिंग होने पर आप सिरके का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये शरीर की सारी गंदगी को बाहर कर देता है। साथ हॉर्मोन्स को व्यवस्थित करने का भी काम करता है। एक गिलस पानी में दो से तीन चम्मच सिरका मिलाकर पीने से फायदा होगा।
तिल और गुड़
पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग होने पर आप गुड़, तिल और सौंफ का सेवन करें। गुड़ और तिल की तासीर गरम होती है, आप दोनों का मिश्रण खाएंगे तो पीरियड्स के दौरान खून के थक्के जमने की समस्या नहीं होगी। इससे शरीर से गंदा खून निकल जाएगा और दर्द से भी राहत मिलेगी।
अदरक
कुछ मिनट पानी में अदरक को उबालकर तैयार मिश्रण पीरियड्स में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग को रोकने में मदद करता है। इस मिश्रण को आप चीनी या शहद की मदद से मीठा भी कर सकती हैं। इस मिश्रण को आप भोजन करने के बाद दिन में तीन बार ले सकती हैं।
सौंफ
हैवी ब्लीडिंग की समस्या को दूर करने के लिए आप सौंफ के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। सौंफ के पाउडर को एक कप पानी में उबालकर फिर उस पानी को छानकर उसका सेवन करें। इससे पीरियड्स और हैवी फ्लो के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलेगी।
अशोक की छाल
पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग को रोकने के अशोक की छाल बेहतर उपाय कुछ और हो ही नहीं सकता है। आयुर्वेद में भी इस फार्मूले का जिक्र है। इसे इस्तेमाल करने के लिए लगभग 50 ग्राम अशोक की छाल को 2 कप पानी में तब तक उबालें जब तक कि यह आधा ना बच जाये। इस काढ़े को ठंडा होने पर प्रतिदिन एक गिलास पीने से तेजी से फायदा होता है।