आई फ्लू से बचने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक टिप्स

आयुर्वेदिक टिप्स

Update: 2023-08-09 07:24 GMT
मानसून में वायरल इंफेक्शन्स और एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है। वातारण में मौजूद नमी के चलते इस समय में कई इंफेक्शन्स होने का खतरा रहता है। इन दिनों आई फ्लू की समस्या भी बढ़ती जा रही है और इसके कई मामले सामने आ रहे हैं। खासकर, दिल्ली एनसीआर में इसके काफी केसेज सामने आए हैं। आई फ्लू को रेड या पिंक आई, कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है। आई फ्लू में आंखों में खुजली और चिपचपा पानी आता है। आयुर्वेद में इसे नेत्र अभिष्यन्द कहा जाता है। इससे बचाव के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक टिप्स अपना सकती हैं। इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर नीतिका कोहली जानकारी दे रही हैं। डॉक्टर नीतिका ने आयुर्वेद में एमडी किया है। उन्हें इस फील्ड में लगभग 17 सालों का अनुभव है।
त्रिफला क्वॉथ से आंखों की सफाई
त्रिफला क्वॉथ को आंखों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। त्रिफला को पानी में डालकर हल्का सा गुनगुना करें। इसे सूती कपड़े से छानें। त्रिफला की मात्रा और पानी की गर्माहट को लेकर पहले अच्छे से जांच लें और डॉक्टर की सलाह लें। इसे छानने का भी ध्यान रखें। त्रिफला का कोई भी कतरा नहीं रहना चाहिए। इससे आंखों को हल्के हाथों से धोएं। इसके अलावा भी आंखों की हाइजीन का ध्यान रखें। इसके अलावा हाथों को बार-बार धोना, साफ और सूती तौलिये का इस्तेमाल करना और हाइजीन मेंटेन करना भी जरूरी है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
आई फ्लू से बचाव के लिए शरीर और आंखों का हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए पानी सही मात्रा में पिएं। शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए और आंखों में ड्राईनेस भी नहीं आनी चाहिए। इसलिए पानी पीते रहें।
आंखों को खीरे से पहुंचाएं ठंडक
आई इंफेक्शन से बचने के लिए आंखों के आस-पास गर्माहट को बैलेंस करना जरूरी है। आंखों को ठंडक पहुंचाने के लिए आंखों के आस-पास खीरे के टुकड़े को लगभग 10 मिनट के लिए रखें। इससे आंखों के आस-पास के एरिया में ठंडक बनी रहेगी। वहीं, इससे आई एरिया के इर्द-गिर्द जमी गंदगी भी दूर होती है।
बाहर निकलने पर चश्मा लगाएं
आई फ्लू से बचने के लिए धूप में निकलने पर सनग्लासेस जरूर लगाएं। खासकर, जब आप भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाएं, तो आंखों को कवर करें। इससे आंखों में धूल-मिट्टी और गंदगी जमा नहीं होगी और भीड़ में अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो भी खतरा कम रहेगा।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Tags:    

Similar News