छोटे बच्चों में रैशेज को ठीक करने के लिए अपनाए ये 4 घरेलू उपाय
कई बार माता-पिता की ये समस्या रहती है कि गर्मी की वजह से उनके नन्हें शिशु की गर्दन पर रैश हो जाते हैं
कई बार माता-पिता की ये समस्या रहती है कि गर्मी की वजह से उनके नन्हें शिशु की गर्दन पर रैश हो जाते हैं और उसमें होने वाली जलन से परेशान बच्चा रात में चैन से सो नहीं पाता है. खासतौर पर ये समस्या बरसात के मौसम में काफी देखने को मिलती है. ओनलीमाईहेल्थ के अनुसार, बेबीज का स्किन काफी कोमल होती है. ऐसे में बरसात की गर्मी और उमस की वजह से गर्दन या पीठ पर आसानी से रैश आदि हो जाते हैं. पसीना या गंदगी के कारण भी शिशु की गर्दन पर सूजन, खुजली, दर्द और रेडनेस की समस्या हो सकती है. ऐसी समस्या होने पर अक्सर लोग पाउडर लगा देते हैं, जो समस्या को और भी बढ़ाने का काम कर सकता है. यहां हम आपको बताते हैं कि आप बच्चों की गर्दन पर रैशेज की समस्या का इलाज घरेलू तरीके से किस तरह कर सकते हैं.
छोटे बच्चों में रैशेज को ठीक करने के 4 घरेलू उपाय
नारियल तेल
नारियल के तेल में विटामिन ई होता है जो त्वचा में रैशेज की समस्या से छुटकारा दिलाने में काफी मदद कर सकता है. बच्चों की स्किन के लिए ये काफी माइल्ड भी होता है. आप कॉटन की मदद से शिशु की गर्दन पर नारियल का तेल लगा दें और 15 मिनट बाद त्वचा को साफ पानी से धो दें.
ठंडी सिंकाई
गर्दन या शरीर में कहीं भी अगर रैशेज हो गए हैं तो उन्हे आप ठंडी सिंकाई की मदद से ठीक कर सकते हैं. ठंडी सिंकाई करने से सूजन कम होगा और आराम भी मिलेगा. सिंकाई करने के लिए आप बर्फ को सीधे बच्चे की स्किन पर नहीं लगा सकते. इसके लिए आप एक बाउल में ठंडा पानी और बर्फ मिलाए और टॉवल को डुबोकर इसे गाड़ लें. अब शिशु की त्वचा पर इससे सेंक लगाएं.
शहद
शहद में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो रैशेज का इलाज करने के लिए रामबाण हैं. इसके लिए आप एक चम्मच शहद में बादाम तेल मिलाएं और शिशु की स्किन पर लगा दें. 15 मिनट बाद त्वचा को साफ पानी से धोकर एंटीबैक्टीरियल क्रीम लगा दें. से बेबी स्किन के लिए सेफ होता है.
नीम का तेल
नीम के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. त्वचा से बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन दूर करने के लिए शिशु की त्वचा पर इसे आप लगा सकते हैं. लगाने के 15 मिनट बाद स्किन को वाइप कर दें