एक्सपर्ट बता रहे हैं देसी घी के फायदे और नुकसान, सेहतमंद रहने के लिए ऐसे करें इसका सेवन
इसके सेवन से कब्ज और बवासीर जैसी समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।
भारत के लगभग सभी घरों में घी खाया जाता है। इसके आयुर्वेदिक गुणों के वजह से इसे कई तरह की बीमारियों जैसे-खांसी, बुखार, टीबी, कमजोरी और पाचन आदि के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। घी सभी तेलीय पदार्थों में सबसे श्रेष्ठ बताया गया है। इसलिए, लोग खाने में अलग से घी लेने के अलावा भी व्यंजनों को घी में पकाते भी हैं। अगर आप भी घी में पका खाना पसंद करते हैं तो आपको न्यूट्रीशनिस्ट की कही यह बात जरूर जान लेनी चाहिए।
Gut Health एक्सपर्ट और न्यूट्रीशनिस्ट अवंती देशपांडे ने अपने इस्टा पर शेयर कर एक पोस्ट में बताया है कि यदि शरीर के लिए आवश्यक फैट के लिए यदि आप घी में खाना पकाते हैं तो यह नुकसान पहुंचा सकता है। खाना पकाने के लिए सिर्फ घी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। घी को रोटी और चावल दाल के साथ अलग से लेकर खाना ज्यादा अच्छा होता है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा है कि एक पोषण विशेषज्ञ के रूप में, मुझे लगता है कि बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए आहार में घी के साथ कोल्ड प्रेस्ड वेजिटेबल ऑयल के मिश्रण का उपयोग करना सबसे अच्छा होता है।
शरीर में फैट की पूर्ति के लिए घी में न पकाएं खाना
अवंती बताती हैं कि घी और मक्खन में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। वहीं, मूंगफली, तिल या सरसों जैसे खाना पकाने के तेल में मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड का बड़ा हिस्सा होता है, जबकि कुसुम के बीज के तेल और सूरजमुखी के तेल में प्रचुर मात्रा में पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता हैं। जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। जबकि शरीर में सैचुरेटेड फैट की अधिकता कई परेशानियों का कारण बन सकता है।
क्या होता है सैचुरेटेड और अनसैचुरेटेड फैट?
सैचुरेटेड फैट शरीर में खराब या एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाकर शरीर पर बुरा असर डालता है। शरीर को फिट रखने के लिए अनसैचुरेटेड फैट वाले खाना खाना चाहिए। इसमें एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। अनसैचुरेटेड फैट दिल को स्वस्थ्य रखने में कारगर होता है।
डाइट में घी को शामिल करने का सेहतमंद तरीका
न्यूट्रीशनिस्ट, घी को खाने में अलग से लेने की सलाह देती हैं। वह बताती हैं कि घी को सेहतमंद तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आप इसे रोटियों पर लगाकर, चावल और दाल में अलग से ले सकते हैं। इसके अलावा आप घी के साथ दूसरे खाद्य तेल को मिलाकर खाना पका सकते हैं। दरअसल, घी में पाया जाने वाला सैचुरेटेड फैट के साथ खाद्य तेलों में उपस्थित मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड व पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड का सही अनुपात दिल के लिए अच्छा होता है। WHO द्वारा यह अनुपात SFA:MUFA:PUFA 1:1.5:1 बताया गया है।
खाली पेट करें घी का सेवन
साथ ही अवंती खाली पेट सुबह एक चम्मच घी पीने की सलाह भी देती हैं। नियमित रूप से सुबह खाली पेट घी खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ और मजबूत बनता है। इसके सेवन से कब्ज और बवासीर जैसी समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।