जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिवाली यानी दीपों का त्योहार,हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक इस फेस्टिवल को देश भर में अलग अलग तरीके से मनाया जाता है. अगर इसके मनाने के पीछे के उद्देश्य की बात की जाए तो यह हमारे अंदर मौजूद सत्य के विजय और अंधकार पर उजाले की जीत का सेलेब्रेशन है. इस दिन घर को सजाने और दीये जलाने की पुरानी परंपरा है. खुशियों को सेलिब्रेट करने के लिए लोग घरों में अल्पना, रंगोली बनाते हैं, लाइटिंग करते हैं, नए कपड़े आदि पहनकर पूजा पाठ करते हैं. वहीं शाम में देवी लक्ष्मी और गणेश की पूजा होती है और पटाखे जलाए जाते हैं. लेकिन पटाखों की वजह से हमारे आप पास का पर्यावरण काफी दूषित होते हैं और वातावरण को काफी नुकसान होता है. ऐसे में ईको फ्रेंडली दीवाली को बढावा दिए जाने की बात की जाती है. लेकिन अगर आपको यह समझ नहीं आता कि आखिर पटाखों के बिना दिवाली कैसे मनाई जाए तो यहां हम आपको बताते हैं कि आप किस प्रकार मजेदार तरीके से ईको फ्रेंडली दीपावली मना सकते हैं.