बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए खाएं ये 3 चीजें वजन होगा कम

हम में से ज्यादातर लोग बढ़ते वजन को कम करने के लिए तरह- तरह के उपायों को अपनाते हैं. ऐस में कई लोग डाइटिंग का साहरा लेते हैं.

Update: 2021-06-23 08:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम में से ज्यादातर लोग वजन घटाने के लिए तरह – तरह की डाइट को फॉलो करते हैं. इसमें फैट, कार्बोहाइड्रेट और शुगर वाली चीजों की मात्रा कम होती है. डाइट पर रहने वाले लोगों को अक्सर मीठी चीजें को खाने की क्रेविंग होती है. हालांकि मीठी चीजों की क्रेविंग ज्यादा होने पर हमें ज्यादा भूख लगती हैं. ये आदत वजन घटाने के लक्ष्य को मुश्किल कर देती हैं. अगर आप वजन घटाने चाहते हैं तो डाइट में बैंलेस डाइट लें. सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवाकर ने अपने इंस्टाग्राम पर शुगर क्रेविंग को कैसे कम कर सकते हैं इसके बारे में बताया है. आइए जानते हैं इस बारे में.

भूख और क्रेविंग
भूख और क्रेविंग में बहुत अंतर होता है. अगर आपने पिछले कुछ घंटों से कुछ नहीं खाया है तो आपको भूख लगती हैं. जबकि क्रेविंग का मतलब है कि आपको एकदम से कुछ खाने की इच्छा हुई है. क्रेविंग आपके मूड के हिसाब से होती है, वहीं, भूख लगने पर आप पेट भरने वाली चीजे खाना पसंद करते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता के अनुसार, किसी विशेष भोजन की लालसा खराब जीवनशैली की आदतों में से एक है. क्रेविंग के मुख्य कारण ब्लोटिंग, डिहाइड्रेशन और खराब नींद हो सकता है. इसलिए क्रेविंग को कम करने के लिए आपको इन तीनों चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है. हम आपको तीन चीजों के बारे में बता रहे हैं जो आपकी डाइट में मीठा खाने की क्रेविंग को कम करने में मदद करता है.
आचार
ज्यादातर लोग खाने में तीखा और मसालेदारा खाना पसंद नहीं करते हैं. हालांकि घर का बना आचार प्रोबायोटिक होता है जो बैंलेस डाइट के लिए बिल्कुल परफेक्ट होता है. अचार अच्छे बैक्टीरिया का मुख्य स्त्रोत हैं जो आंत को स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसके अलावा शुगर को कंट्रोल कर पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है. साथ ही मीठा खाने की क्रेविंग को भी कम करता है.
दाल
रुजुता आहार में विभिन्न किस्म की दालों को शामिल करने की सलाह देती हैं. बाजार में कई तरह की दाले मिलती है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. इसे खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है. हालांकि दाल शुगर की क्रेविंग को भी कम करने में मदद करता है.
बाजरा
बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है जो पोषक तत्वों से भर होता है. ये गेंहू से भी पौष्टिक होता है और कई मायनों में इंटरनल सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण होता है. अमरनाथ, रागी और ज्वार भी सेहत के लिए फायदेमंद होती है. जिसे आप असानी से अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. हफ्ते में दो बार बाजरा खाएं.


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