डॉल्फिन को अंग्रेजी सीखने वाली लड़की से हुआ प्यार, फिर हुई रुला देने वाली घटना

उन्हें इसके लिए प्रयास करना पड़ता है. मारग्रेट से जुदा होने के बाद पीटर ने ऐसा करना छोड़ दिया और अपनी जान दे दी.

Update: 2021-05-23 09:00 GMT

इंसानों और जानवरों के बीच प्यार होना कोई नई बात नहीं है. अक्सर हम सुनते देखते आए हैं कि पशु-पक्षियों को इंसानों से इस कदर प्यार हो गया कि उनसे जुदा होना उनके लिए मुश्किल हो गया. मगर क्या आपने सुना है कि समुद्र में अटखेलियां करने वाली नर डॉल्फिन को किसी लड़की से इतना ज्यादा हो जाए कि उसकी जुदाई में उसने आत्महत्या कर ली. जी हां, यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि नासा के एक रिसर्च सेंटर की घटना है. (Dolphin love human: Male Dolphin fall in love with female researcher Margaret Lovatt commit suicide)

इस घटना ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. 1960 के दशक में नासा के एक फंडिंग प्रोजेक्ट से मारग्रेट लोवात (Margaret Lovatt) नाम की एक महिला जुड़ी. डॉल्फिन को इंसानी भाषा सिखाने का काम हाथ में लेने वाली इस महिला ने 24 घंटे डॉल्फिन के साथ रहने का फैसला किया. इस दौरान वहां रहने वाले पीटर (Peter) नाम के डॉल्फिन को मारग्रेट को प्यार हो गया.
डॉल्फिन को सिखानी थी अंग्रेजी
दरअसल 1960 के दशक की शुरुआत में कैरेबियाई द्वीप पर एक सीक्रेट प्रोजेक्ट शुरू हुआ था. इसके तहत डॉल्फिन के व्यवहार पर अध्ययन किया जाना था. डॉल्फिन इंसानों की नकल करने में माहिर होती हैं और ऐसे में अमेरिकी न्यूरोसाइंटिस्ट डॉक्टर जॉन लिली ने एक खास तरह की लैब स्थापित की. इस लैब में दो मादा और एक नर डॉल्फिन को रखा गया था. मादा डॉल्फिन का नाम पामेला और सिसी था और नर डॉल्फिन का नाम पीटर था. पीटर सबसे युवा था. मारग्रेट ने इन डॉल्फिन को अंग्रेजी सिखाने का बीड़ा उठाया. मगर जल्द ही उसे समझ आया कि इनके साथ महज कुछ घंटे बिताना सही नहीं है और विश्वास बनाने के लिए उन्हें 24 घंटे साथ रहना होगा.
पानी के भीतर ही बनाया गया ऑफिस
मारग्रेट के साथ 24 घंटे रहने के लिए पीटर को चुना गया. मारग्रेट के कमरे को पानी से भरा गया और ऐसी व्यवस्था की गई कि मारग्रेट के घुटने तक पानी रहे, जिसमें पीटर आराम से घूमता रहे. अक्सर पीटर आता और मारग्रेट के पैरों के पास बैठ जाता और अपनी स्किन को पैरों से रगड़ता रहता. पीटर समय के साथ जवान हो रहा था और उसके शरीर में काफी बदलाव हो रहे थे. यही नहीं मारग्रेट को वह भावी सेक्स पाटर्नर के रूप में भी देखने लगा था.
डॉल्फिन के साथ सेक्स की खबरें
हालांकि यह प्रोजेक्ट बहुत सीक्रेट था, लेकिन स्थानीय मीडिया में यह खबरें लीक हो गई. इन खबरों के मुताबिक दरअसल डॉल्फिन मारग्रेट के पास संबंध बनाने के इरादे से आता था. मारग्रेट ने भी इस मंशा को भांप लिया था और वह उसे सहलाकर संतुष्ट करने की कोशिश करने लगी थी. इस मामले की काफी आलोचना भी हुई. मगर मारग्रेट अपनी रिसर्च जारी रखी. इस दौरान पीटर को मारग्रेट के साथ रहने की आदत पड़ गई.
फिर हुई रुला देने वाली घटना
पीटर और मारग्रेट करीब छह महीने तक साथ रहे. मगर लैब के मालिक जॉन लिली का इस प्रोजेक्ट से मन उचटता चला गया. इस दौरान डॉल्फिन को ड्रग्स देने की बातें सामने आईं. 1966 के आसपास इस लैब को बंद करने का फैसला कर लिया गया. फंडिंग न होने की वजह से तीनों डॉल्फिन को मियामी में एक छोटी सी जगह शिफ्ट करने का फैसला किया गया.
मारग्रेट इस बात से दुखी थी, लेकिन कुत्ते-बिल्ली की तरह डॉल्फिन को पालना उनके बूते नहीं था. इसलिए वह अपने घर लौट गईं. कुछ दिन बाद खबर मिली कि पीटर की मौत हो गई. डॉक्टर लिली ने खुद बताया कि दरअसल पीटर ने आत्महत्या कर ली. डॉल्फिन हम इंसानों तक तरह अपने आप ही सांस नहीं लेती, उन्हें इसके लिए प्रयास करना पड़ता है. मारग्रेट से जुदा होने के बाद पीटर ने ऐसा करना छोड़ दिया और अपनी जान दे दी.

Tags:    

Similar News

-->