क्या आप भी खाते हैं रोजाना ब्रेकफास्ट में पोहा, सेहत के लिए है नुकसान

Update: 2022-06-14 12:16 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आजकल नाश्ते में ज्यादातर लोगों की पहली पसंद होती है पोहा। पिछले कुछ सालों में खाने में लाइट और झटपट बनने वाला पोहा नाश्ते के अच्छे विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आया है। हर प्रदेश में पोहा बनाने का एक अलग तरीका होता है। कुछ राज्यों में पोहा ब्रेकफास्ट में खाया जाता है तो कुछ जगहों पर लोग इसे इवनिंग स्नैक्स के साथ खाना बहुत पसंद करते हैं। कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर पोहा खाने में टेस्टी तो होता ही है। साथ ही पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रहता है। इसलिए वेट लॉस करने वाले लोगों को नाश्ते में पोहा खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत ही कम पाई जाती है। जो लोग कम कैलोरी वाले ऑप्शन खोजते हैं उनके लिए पोहा बेस्ट माना जाता है।

वैसे तो पोहा शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन किसी भी चीज को ज्यादा मात्रा में खाने से नुकसान हो सकता है। अगर आप भी रोजाना आंखों को बंद करके ब्रेकफास्ट में पोहा खा रहे हैं तो यह आपकी सेहत को फायदा नहीं बल्कि नुकसान पहुंचा सकता है। आइए आज जानते हैं रोजाना ब्रेकफास्ट में पोहा खाने के नुकसान के बारे में...

पोहा बढ़ा सकता है ब्लड शुगर लेवल (Poha can increase blood sugar level)

डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों को चावल खाने से मना करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि चावल खाने से शुगर लेवल बढ़ सकता है। पोहा को भी धान से बनाया जाता है। पहले धान से चावल से बनाया जाता है फिर चावल को एक प्रोसेस अपनाकर पोहे का आकार दिया जाता है। इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज है या शुगर लेवल बढ़ने का खतरा है उन्हें प्रतिदिन पोहा न खाने की सलाह दी जाती है।

पोहा बढ़ा सकता है वजन और मोटापा (Poha can increase weight and obesity)

जो लोग वेट लॉस या शरीर से फैट को कम करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें अक्सर पोहा खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन पोहे में कार्बोहाइड्रेट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर का वजन कम करने की बजाय बढ़ा सकता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि कार्बोहाइड्रेट का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक और कोलेस्ट्रॉल जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। इसके अलावा पोहे को बनाने में मूंगफली का इस्तेमाल किया जाता है। मूंगफली का ज्यादा सेवन करने से मोटापा और शरीर को वजन दोनों बढ़ सकता है। इसलिए रोजाना ब्रेकफास्ट में पोहे का सेवन करने से पहले एक बार डायटीशियन की सलाह जरूर लें।

एसिडिटी का कारण बन सकता है पोहा (Poha can cause acidity)

नाश्ते में पोहा खाने से पेट लंबे समय तक भरा रह सकता है। अगर आप एक निश्चित मात्रा से ज्यादा पोहे का सेवन करते हैं तो यह पेट में एसिडिटी, ऐंठन, पेट में जलन जैसी प्रॉब्लम का कारण बन सकती है। जिन लोगों का पाचन तंत्र मजबूत नहीं है उन्हें भी रोजाना पोहा न खाने की सलाह दी जाती है।

कब और कितनी मात्रा में खाएं पोहा? (When and what quantity to eat poha?)

अगर आपको पोहा बहुत ज्यादा पसंद हैं तो आप इसे सप्ताह में दो बार ब्रेकफास्ट में खा सकते हैं। आप चाहे तो इसे सप्ताह में एक बार टी टाइम स्नैक्स के तौर पर भी ले सकते हैं। नाश्ते में पोहा खाते समय ध्यान रहे कि आप एक कटोरी से ज्यादा न खाएं। अगर आप वेट लॉस करने के लिए पोहा खा रहे हैं तो इसे बनाते समय मूंगफली का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।

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