संक्रांति पर करें ये काम,और इन कार्यों की है मनाही

मकर संक्रांति हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहारों में से एक है।

Update: 2022-01-13 04:10 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मकर संक्रांति हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहारों में से एक है। हर वर्ष 14 जनवरी को यह पर्व सर्दियों के मौसम की विदाई और फसल के मौसम की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। मकर संक्रांति पूरे देश में मनाई जाती है। हालांकि पंजाब और हरियाणा में इसे लोहड़ी के नाम से जाना जाता है। दक्षिणी भारत में इस त्योहार को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। वहीं गुजरात, मध्यप्रदेश और अन्य हिस्सों में इसे मकर संक्रांति के रूप में जाना जाता है।

मकर संक्रांति 2022 का शुभ मुहूर्त:
हर साल मकर संक्रांति मकर के सौर महीने और माघ के चंद्र महीने में आती है। यही कारण है कि त्योहार को माघ संक्रांति या मकर संक्रांति के रूप में जाना जाता है। इस वर्ष मकर संक्रांति 14 जनवरी 2022 (शुक्रवार) को मनाई जाएगी।
- मकर संक्रांति पुण्य काल - दोपहर 02.43 बजे से शाम 05.45 बजे तक। अवधि - 03 घंटे 02 मिनट।
- मकर संक्रांति महा पुण्य काल - दोपहर 02.43 बजे से दोपहर 04.28 बजे तक। अवधि - 01 घंटा 45 मिनट।
मकर संक्रांति पर करें ये काम:
1. गरीब और जरूरतमंद को तिल, गुड़, काले रंग का कपड़ा, आटा, घी या दाल का दान करें।
2. सरसों के तेल में कुछ पराठे या पूरियां बनाकर काले कुत्तों को खिलाएं।
3. काले तिल को दो बराबर भाग में बांट लें। इसका एक हिस्सा दान करें और दूसरे से पकवान बनाएं।
4. उड़द की दाल की खिचड़ी बनाऔं और भगवान को चढ़ाएं। संक्रांति पर इसका सेवन अवश्य करना चाहिए।
5. सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करें।
6. पतंग के लिए नाइलॉन के धागों की जगह मुलायम सूती धागों का इस्तेमाल करें। अगर कोई घायल पक्षी दिखे तो उसे नजदीकी पशु कल्याण केंद्र ले जाएं।
मकर संक्रांति पर क्या न करें:
1. पक्षियों के घोंसलों के पास पतंग उड़ाने से बचें।
2. किसी भी तरह के नशे से खुद को दूर रखें। साथ ही मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
3. मकर संक्रांति के दिन लहसुन, प्याज और मांस का सेवन न करें। किसी को अपशब्द कहने से बचें।
4. इस दिन सुबह बिना नहाए खाने से बचें।
5. भिखारी को खाली हाथ न भेजें। उन्हें तिल, अन्न, वस्त्र आदि दान करके विदा करें।


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