चक्कर आना एक सामान्य समस्या हैं। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसे आज ताक चक्कर नहीं आये हो। चक्कर आते हैं तब ऐसा प्रतीत होता हैं जैसे आँखों के सामने सबकुछ गोल-गोल घुमने लगता हैं। दिमाग में खून की पर्याप्त पूर्ती ना हो पाने की वजह से चक्कर आने लगते हैं। समान्य सी यह समस्या तब विकट हो जाती हैं जब यह बार-बार हो। इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ऐसे उपचार जो आपको चक्कर आने में आराम दिलाये।
* अगर आपको गर्मी की वजह से चक्कर आते है तो, गुठली रहित सूखा आंवला और सूखा दानेदार धनिया दोनों को छह ग्राम की मात्रा में पीसकर रात को एक गिलास पानी में भिगो कर रख दें , सुबह इनको मसल कर छान लें फिर इसमें एक-दो चम्मच मिश्री पाउडर मिलाकर पिये। तीन चार दिन में चक्कर आना बंद हो जायेगा। यह चक्कर आने बीमारी में दवा की तरह काम करता है।
* प्याज का रस और शुद्ध शहद बराबर मात्रा में मिलाकर रोज करीब दस ग्राम की मात्रा में लेने से उच्च रक्तचाप में लाभ मिलता है।
* तरबूज के बीज की गिरि और खसखस इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। रोज सुबह-शाम एक चम्मच खाली पेट पानी के साथ सेवन करें। यह प्रयोग करीब एक महीने तक नियमित रूप से जारी रखें।
* पकने के बाद सूखी हुई लौकी को डण्ठल की तरफ से काट दें, ताकि अन्दर का खोखलापन दिखाई दे। अगर सूखा गूदा हो तो उसे निकाल दें। अब इसमें ऊपर तक पानी भर कर 12 घण्टे तक रखें फिर हिलाकर पानी निकाल कर साफ कपड़े छान लें। इस पानी को ऐसे बर्तन में भरें, जिसमें आप अपनी नाक डुबो सकें। नाक डुबोकर जोर से सांस खींचें, ताकि पानी नाक से अन्दर चढ़ जाए। पानी खींचने के बाद नाक नीची करके आराम करें। इस उपाय से चक्कर आने की समस्या सदा के लिए खत्म हो जाती है।
* जिन लोगों को चक्कर आते हैं उन्हें दोपहर के भोजन के 2 घंटे पहले और शाम के नाश्ते में फलों का जूस पीना चाहिए। रोजाना जूस पीने से चक्कर आने बंद हो जाएंगे। लेकिन ध्यान रखें कि जूस में किसी प्रकार का मीठा या मसाला नहीं डालें सदा जूस पियें। जूस की जगह चाहें तो ताजे फल भी खा सकते हैं।
* मेंहदी के 3 ग्राम बीजों को शहद के साथ चाटने से लाभ होता है और इसके फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से भी लाभ मिलता है। इस औषधि का सेवन करने के तुरन्त बाद ही गेहूं की रोटी, खांड़ और घी मिलाकर खाने से सिर का चकराने का रोग समाप्त हो जाता है।
* अदरक लगभग 20 ग्राम की मात्रा में बारीक काटकर पानी में उबालें आधा रह जाने पर छानकर पीयें। अदरक का रस भी इतना ही उपकारी है।सब्जी बनाने में भी अदरक का भरपूर उपयोग करें। चाय बनाने में अदरक का प्रयोग करें।अदरक किसी भी तरह खाएं चक्कर आने के रोग में आशातीत लाभकारी है।
* कभी-कभी नमक की मात्रा शरीर में कम होने पर भी चक्कर आने लगते हैं। आलू की नमकीन चिप्स खाने से लाभ होता देखा गया है