Diabetes patients: डायबिटीज के मरीज पिएं इस पेड़ के पत्तों की चाय कम होगा ब्लड शुगर लेवल
Lifestyle: सहजन एक फेमस सुपरफूड बन गया है Drumstick has become a famous superfood। अधिकतर लोग इसका इस्तेमाल सब्जी के रूप में करते हैं। हालांकि कई तरह के व्यंजनों में भी इसका उपयोग किया जाता है। यह सिर्फ एक सभी नहीं है बल्कि औषधि भी है। सहजन के हरे पत्तों में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीडिप्रेसेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। सहजन के अद्भुत गुणों की वजह से इसका उपयोग डायबिटीज के रोगियों में वजन घटाने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए किया जाता है। कई अध्ययनों में इस बात का दावा किया गया है कि इसके पत्ते चबाने, इसकी सब्जी खाने या इसके पत्तों की चाय पीने से ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने के साथ-साथ कई गंभीर समस्याओं से बचने में मदद मिल सकती है।
सहजन पेड़-पौधे आपको कहीं भी मिल सकते हैं। इसके पत्तों से बनने वाला पाउडर आपको किसी भी स्टोर या ऑनलाइन पर आसानी से उपब्ध हो सकता है। अगर आप बाजार में मिलने वाले सूखे पाउडर पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आपके लिए इसके छोटे-छोटे हरे पत्तों का इस्तेमाल करना ही बेहतर रहेगा।
ब्लड शुगर के लिए ऐसे बनाएं सहजन की चाय
ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रखने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। बस आपको सहजन के कुछ ताजे पत्तों को धोकर धूप में सुखाना है और उसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर बना लेना है। अब आप इसे चाय की पत्ती की तरह इस्तेमाल कर सकते है। उदहारण के लिए जब आप सुबह चाय बनाते हैं, तो आपको चाय पत्ती की जगह इस पाउडर का इस्तेमाल करना है। रोजाना इस पावडर की चाय पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है।
ब्लड शुगर कैसे कम करता है सहजन
सहजन की पत्तियों में एस्कॉर्बिक एसिड, फोलिक और फेनोलिक मिलते हैं और लगभग 40 से ज़्यादा एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसकी पत्तियों के अर्क में मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिस वजह से ये मधुमेह रोगी के लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं। ये इंसुलिन के स्तर और संवेदनशीलता को भी बढ़ा सकती हैं जिससे मधुमेह रोगी को फायदा मिलता है।
सहजन के फायदे
- सहजन आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
- कैल्शियम में भरपूर होने की वजह से साइटिका, गठिया में सहजन का उपयोग बहुत ही फायदेमंद होता है।
- पेट दर्द या पेट से जुड़ी गैस, अपच और कब्ज़ जैसी समस्याओं में सहजन के फूलों का रस पीएं या इसकी सब्जी खाएं। या इसका सूप पीएं। ज्यादा फायदा चाहिए तो दाल में डालकर पकाएं।
- आंखों के लिए भी सहजन अच्छा है। जिनकी रोशनी कम हो रही है हो तो सहजन की फली, इसकी पत्तियां और फूल का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए।
- कान के दर्द को दूर करने में भी सहजन बहुत काम आता है। इसके लिए इसकी ताजी पत्तियों को तोड़ कर उसका रस की कुछ बूंदें कान डालने से आराम मिलता है।
- जिन्हें पथरी की समस्या हो उन्हें सहजन की सब्जी और सहजन का सूप जरूर पीना चाहिए। इससे पथरी बाहर निकल जाती है।
- छोटे बच्चों के पेट में यदि कीड़े हों तो उन्हें सहजन के पत्तों का रस देना चाहिए।
- दांतों में कीड़े हों तो इसकी छाल का काढ़ा पीना चाहिए। सहजन ब्लडप्रेशर को सामान्य करता है।
- दिल की बीमारी में भी यह बहुत फायदेमंद होता है। कोलेस्ट्रॉल भी कम करता है।
सहजन की पत्तियों के फायदे
- सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल आपके दिल को खराब कोलेस्ट्रॉल के प्रभाव से बचा सकते हैं। इन पत्तियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती है।
- सहजन की पत्तियों में पोटैशियम की अधिक मात्रा होती है जो रक्तचाप को कम करने में प्रभावी होता है। पोटैशियम वैसोप्रेसिन को नियंत्रित करता है और यह हार्मोन रक्तवाहिकाओं के कामकाज को प्रभावित करता है।
- कैंसर के लक्षणों को कम करने के लिए सहजन की पत्तियों का उपयोग किया जा सकता है। सहजन की पत्तियों में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और अन्य सक्रिय घटक होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं और फ्री रेडिकल्स के प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं।
- सहजन के पत्तों के रस में सिलिमारिन जैसे घटक होते हैं जो लिवर एंजाइम फंक्शन को बढ़ाते हैं। यह घटक यकृत को भी प्रारंभिक क्षति से भी बचाता है।
- 100 ग्राम सहजन पत्ते के पाउडर में कम से कम 28 मिली ग्राम आयरन होता है जो अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में बहुत अधिक है इसलिए इससे एनीमिया दूर होता है।
- इसमें आयरन, जस्ता, ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य पदार्थ होते हैं जो मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ाने में सहायक होते हैं। ओमेगा-3 मस्तिष्क की स्मृति को बेहतर बनाने में सहायक होता है।