मधुमेह अर्थात् डायबिटीज, ऐसी बीमारी है जो भोजन से शरीर को मिलने वाली चीनी का उपयोग नहीं करने देती है। डायबिटीज के चलते ब्लर्ड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है जिसके कारण रक्त धमनियों, आँखों, गुर्दे आदि को बीतते हर पल में नकुसान होता है। नियमित दवा और जीवन शैली में परिवर्तन से रोग को नियंत्रण में रख सकते हैं। मधुमेह आपकी त्वचा को भी प्रभावित करता है। त्वचा मे बदलाव डायबिटीज का पहला लक्षण होता है। चयापचय संबंधी विकार होने से मौजूदा त्वचा की समस्याएं और भी बदतर हो सकती हैं और त्वचा की नई समस्याएं भी हो सकती हैं। मधुमेह में त्वचा की समस्या कभी-कभी चयापचय संबंधी विकार का पहला लक्षण होता है।
मधुमेह आपके रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है जो त्वचा में परिसंचरण और रक्त प्रवाह को कम कर सकता है। घटे हुए रक्त परिसंचरण से कोलेजन में परिवर्तन हो सकता है, जिससे त्वचा की बनावट, रूप और चंगा करने की क्षमता प्रभावित होती है। मधुमेह के साथ त्वचा की अन्य समस्याओं में खुजली, त्वचा का मोटा होना, पीले या भूरे रंग के धब्बे, छाले, आदि संक्रमण हो सकता है।
मधुमेह एक पुरानी बीमारी है और दुनिया में सबसे तेजी से बढऩे वाली बीमारियों में से एक है। वर्तमान स्थिति के आधार पर, यह भविष्यवाणी की जाती है कि कुछ ही वर्षों में लगभग तीन में से एक व्यक्ति टाइप-2 मधुमेह से पीडि़त होगा। जबकि शोधकर्ता और विशेषज्ञ अभी भी मधुमेह के लिए एक स्थायी इलाज की तलाश कर रहे हैं, ज्यादातर लोग मधुमेह के संकेतों को भूल जाते हैं। रोग के लक्षणों और प्रभावों को जानने से आप इसे गंभीर होने से रोक सकते हैं।
त्वचा पर मधुमेह के सामान्य लक्षण
1. त्वचा पर जीवाणु संक्रमण
यदि आपका शुगर लेवल अधिक है, तो इसका सबसे बड़ा प्रभाव आपकी पलकों पर स्टाई और फोड़े, नाखूनों में संक्रमण और त्वचा संक्रमण के रूप में सामने आता है। ये संक्रमण आमतौर पर लाल और सूजे हुए दिखने के साथ दर्दनाक होते हैं।
2. नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका
ये त्वचा पर पीले, लाल या भूरे रंग के धब्बे होते हैं। ये आमतौर पर छोटे धब्बों के रूप में शुरू होते हैं और बड़े पैच तक बढ़ते हैं जो स्पर्श करने के लिए कठोर और सूजे हुए होते हैं। इनमें खुजली और दर्द होता है।
3. गहरी मखमली त्वचा
यह प्री डायबिटीज के सबसे आम और पहले लक्षणों में से एक है। गर्दन, बगल और कमर और त्वचा की सिलवटों के अन्य क्षेत्रों पर त्वचा के गहरे, मखमली धब्बे दिखाई देते हैं। इन्हें अकन्थोसिस निगरिकन्स (एएन) भी कहा जाता है और इनके दिखने का कारण अधिक वजन होना माना जाता है।