पेट की हर समस्या का इलाज हैं लौंग, औषधीय गुणों से भरपूर
लौंग औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है जो हमारे खाने का स्वाद बढ़ाती है। लौंग का इस्तेमाल ना सिर्फ खाना पकाने में किया जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| लौंग औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है जो हमारे खाने का स्वाद बढ़ाती है। लौंग का इस्तेमाल ना सिर्फ खाना पकाने में किया जाता है बल्कि कई बीमारियों का उपचार करने में भी किया जाता है। लौंग पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए बेहतरीन औषधी है। इसके सेवन से भूख बढ़ती है और आमाशय की रस क्रिया सही रहती है। पेट में अगर कीड़ें है तो लौंग का इस्तेमाल कीजिए। इसे खाने से ना सिर्फ मुंह की दुर्गन्ध दूर होती है बल्कि यह यूरीन के जरिए बॉडी में मौजूद अपशिष्ट पदार्थों को भी बाहर निकालती है। पेट की समस्याओं का बेस्ट उपचार है लौंग। आप भी गैस अपच या पेट की अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं तो लौंग का सेवन करें। आइए जानते हैं लौंग कैसे पेट की समस्याओं का उपचार करती है।
अगर आपको बदहजमी, खट्टी डकार आती हैं तो लौंग का सेवन करें। आप लौंग के साथ शुंठी, मिर्च, पीपल, अजवायन 10-10 ग्राम, सेंधा नमक 50 ग्राम तथा मिश्री 50 ग्राम को महीन पीस लें। इन्हें चीनी मिट्टी के बरतन में रखें और इतना नींबू का रस डालें कि पूरा चूर्ण नींबू के रस से डूब जाए। इसे धूप में सुखा लें। इस मिश्रण को आप खाने के बाद खाएं तो आपको गैस और बदहजमी से राहत मिलेगी।
हैजा और अपच में कारगर साबित होती है लौंग। 1-2 ग्राम लौंग को कूट लें। इसे 100 मिली पानी में मिलाकर गैस पर पकाएं। जब काढ़ा 20-25 मिली रह जाए तो इसे छानकर ठंडा कर पिएं। इससे हैजा और अपच की समस्या में फायदा मिलता है।
लौंग के तेल से गैस की समस्या तुरंत ठीक हो जाती है।
पेट दर्द रहता है तो परेशान मत होए बल्कि लौंग, जायफल और जीरे का इस्तेमाल करें। जायफल, लौंग तथा जीरा को समान मात्रा में लें। इनका चूर्ण बना लें, और इसे 2-3 ग्राम की मात्रा में लेकर शहद और शक्कर के साथ सेवन करें। इससे पेट का दर्द ठीक होता है।
भूख कम लगती है या फिर खाना नहीं पचता तो 10 ग्राम लौंग को दरदरा पीस कर 1 लीटर उबलते हुए पानी में डालकर ढक दें। आधे घंटे पकाने के बाद इसे छान लें। 25-50 मिली जल को दिन में 3 बार पीने से अपच की समस्या ठीक होती है और भूख भी लगती है।
अपच और एसीडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लौंग, सोंठ, 10-10 ग्राम तथा अजवायन व सेंधा नमक 12-12 ग्राम मिलाकर चूर्ण बना लें। इस मिश्रण को खाना खाने के बाद 1 ग्राम की मात्रा में सेवन करें।