खाने में कड़वा लेकिन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है करेला, जानिये इसके सेवन से होने वाले फायदे
जानिये इसके सेवन से होने वाले फायदे
करेला का नाम सुनते ही लोग नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं। लेकिन खाने में करेला जितना कड़वा लगता है, आपकी हेल्थ के लिए उतना ही फायदेमंद होता है। खासतौर पर इसे डायबिटीज का काल माना जाता है। गर्मियों में रोजाना सुबह करेला का जूस पीने से आप अपनी डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल कर सकती हैं। इतना ही नहीं यह आपकी स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने से लेकर बालों और हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है। इसलिए गर्मियों में इसका जूस पीने की सलाह दी जाती है। मेरी बहन को डायबिटीज की समस्या हैं और वह गर्मियों में रोजाना करेला का जूस पीती है, ऐसा करने से उसकी डायबिटीज पूरा साल कंट्रोल में रहती हैं। ना केवल उसकी डायबिटीज कंट्रोल में रहती हैं, बल्कि इसे पीने से उसके चेहरे पर भी गजब का निखार रहता है और बॉडी अच्छे से डिटॉक्स होने से उसका वेट भी कंट्रोल में रहता है।
करेला वैसे काफी लोगों को पसंद नहीं होता लेकिन काफी लोग ऐसे भी हैं, जो करेला खाना बहुत पसंद करते हैं। अगर आप करेले से होने वाले स्वास्थ्य के फायदों के बारे में जानेंगे तो आपको आश्चर्य होगा कि कड़वा होने के बावजूद ये करेला आपकी सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाता है।
सिरदर्द में करेला
यदि आपको बहुत तेज दर्द है और सिरदर्द जा ही नहीं रहा है तो करेले की पत्तियों को पीसकर माथे पर लगाएं। इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा।
मुंह के छालों में करेला
कई बार मुंह के छालों के इलाज के लिए लोग उल्टे-सीधे उपाय करते हैं। नतीजन मुंह के छाले सही होने के बजाय बिगड़ जाते हैं। कई बार ये कैंसर का भी रूप ले लेता है। लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि करेले का इस्तेमाल करें। करेले का रस निकालें उसमें मुलतानी मिट्टी मिलाकर इसका पेस्ट बनाएं और इसे छालों पर लगाएं। अगर मुलतानी मिट्टी नहीं है तो भी करेले के रस को छालों पर रूई से लगा सकते हैं। मुंह के छालों पर लगाकर लार बाहर निकालें। अगर करेले की पत्तियां मौजूद नहीं है तो करेले के छिलके का रस निकालकर आप छालों पर लगाएं। आराम मिलेगा।
डायबिटीज करें कंट्रोल
करेले को हमेशा से ही डायबिटीज का काल माना जाता है। सिमरन सैनी का कहना हैं कि 'करेले में एक निश्चित इंसुलिन जैसा प्रोटीन होता है जिसे पॉलीपेप्टाइड पी कहा जाता है जो इंसुलिन की क्रिया की नकल करता है और डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर लेवल कम करता है। ये प्राकृतिक तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। रोजाना खाली पेट करेले का जूस पीने से कुछ ही दिनों में डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।
लिवर डिटॉक्स करें
करेले का जूस आंतों को साफ करता है और साथ ही लिवर की कई समस्याओं को ठीक करता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ विटामिन एंड न्यूट्रीशन में प्रकाशित, एक रिसर्च के अनुसार, करेले के जूस में मोमोर्डिका चारेंटिया नामक एक तत्व पाया जाता है, ये एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो लिवर के कामों को मजबूत करके लिवर डैमेज से सुरक्षा प्रदान करता है। यह आपके ब्लैडर के काम को भी बढ़ावा देता है।
मोटापा कम करे
डायबिटीज के साथ-साथ करेले का जूस मोटापा कम करने में हेल्प करता है। यह इंसुलिन को एक्टिव करता है जिससे बॉडी में बनने वाला शुगर फैट का रूप नहीं ले पाता है। इससे फैट कम करने और कंट्रोल करने में हेल्प मिलती है। इसके अलावा करेले में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती हैं जिससे कैलोरी कंट्रोल में रहती है और वजन नहीं बढ़ता है। साथ ही इसे पीने से बॉडी अच्छे से डिटॉक्स होती है और इससे वेट कंट्रोल में रहता है। सिमरन सैनी का कहना है कि करेला का जूस पीने से लिवर पित्त एसिड को स्रावित करने के लिए उत्तेजित करता है जो बॉडी में फैट के चयापचय के लिए आवश्यक हैं। इसके अलावा, 100 ग्राम करेले के जूस में सिर्फ 17 कैलोरी होती है जो इसलिए ये वेट लॉस के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाता है।
हार्ट के लिए अच्छा
करेले का जूस ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को काफी कम कर देता है। यह आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर होने के कारण स्ट्रोक के खतरे को कम करने और हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जाना जाता है। यह बॉडी के ब्लड प्रेशर को भी बनाए रखता है क्योंकि यह पोटेशियम से भरपूर होता है, जो बॉडी में एक्स्ट्रा सोडियम को अवशोषित करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
खाली पेट करेले का जूस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसमें मौजूद फाइबर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर को स्वस्थ रखता है। करेले का जूस पीने से पाचन सं जुड़ी समस्याएं नहीं होती है। करेले का जूस पीने से गट हेल्थ भी मजबूत होती है।
कफ से दिलाए छुटकारा
करेला गर्मियों के मौसम की खुश्क तासीर वाली सब्जी है। इसमें फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। एक महीने तक इसके प्रतिदिन सेवन से पुराने से पुराने कफ बनने की शिकायत दूर हो जाती है। खासी के उपचार में भी करेला काफी फायदा करता है।
पथरी रोगियों के लिए अमृत
पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है। इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है। 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है। इसके पत्तों के 50 मिलीलीटर रस में हींग मिलाकर पीने से पेशाब खुलकर आता है।
भूख बढ़ाने में सहायक
यदि आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा। दरअसल भूख नहीं लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता, जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां होती हैं। इसलिए करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।
डायरिया में फायदेमंद
उल्टी-दस्त या हैजा की समस्या होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है। यकृत संबंधी बीमारियों में भी करेला बहुत ही लाभकारी है। जलोदर रोग होने या यकृत बढ़ जाने पर आधा कप पानी में दो चम्मच करेले का रस मिलाकर दिन में तीन से चार बार पीने से लाभ होता है।