हो जाएं सतर्क! खून पर कोरोना का हमला, इन 7 संकेतों को नजरअंदाज करना आपको पड़ सकता है भारी

Update: 2021-02-24 04:05 GMT

दिल से लेकर दिमाग तक कोरोना का असर पड़ने की कई खबरें आ चुकी हैं. स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस का असर हमारे ब्लड फ्लो पर भी पड़ रहा है. खून के बहाव में आने वाली रुकावट की वजह से और भी कई दिक्कतें हो सकती हैं. ब्लड फ्लो से जुड़े कुछ लक्षणों को COVID-19 से जोड़कर देखा जा रहा है. अगर आप कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो भी इन 7 संकेतों को नजरअंदाज करना आप पर भारी पड़ सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.

गंभीर ब्लड क्लॉटिंग- अस्पताल में भर्ती COVID-19 के युवा और बुजुर्ग मरीजों में खून के थक्के बनने की समस्या अब ज्यादा देखी जा रही है. डॉक्टर्स का कहना है कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और पहले से बीमारी वाले लोगों में ब्लड क्लॉटिंग खतरनाक हो सकता है.
फेफड़ों और दिल को नुकसान- COVID-19 गंभीर ब्लड क्लॉटिंग कर देता है जिसका असर फेफड़ों और दिल पर पड़ता है. द लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन में छपी एक स्टडी के मुताबिक ब्लड क्लॉट फेफड़ों में रुकावट डालकर सांस की तकलीफ जैसी कई समस्याएं पैदा कर सकते हैं.
एक अन्य अमेरिकी पत्रिका में छपी स्टडी के मुताबिक खून के छोटे-छोटे थक्के दिल की दीवारों को कमजोर करते हैं, जिसकी वजह से दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है. कुछ गंभीर मामलों में इसकी वजह से हार्ट अटैक भी आ सकता है.
किडनी खराब होना- जॉन हॉपकिंस मेडिसिन की एक स्टडी के मुताबिक ब्लड क्लॉटिंग की वजह से किडनी की रक्त वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है जिसकी वजह से किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है. कोरोना के गंभीर मामलों किडनी फेल होने का खतरा ज्यादा होता है.
थ्रोम्बोसिस- ब्लड से जुड़ा COVID-19 का एक और गंभीर खतरा डीप वेन थ्रोम्बोसिस का है. इसमें पैर की नसों में ब्लड क्लॉट बन जाता है. कुछ लोगों में ये इंफेक्शन का शुरूआती लक्षण होता है. ज्यादातर लोगों को ये पैर के निचले हिस्से में होता है लेकिन कुछ लोगों को ये शरीर के अन्य हिस्से में भी हो सकता है. अगर समय से इसका इलाज ना किया जाए तो ये गंभीर हो सकता है.
शरीर में सूजन- कोरोना वायरस की वजह से शरीर में सूजन भी हो सकती है. जब वायरस त्वचा पर हमला करता है तो ये खून के कई थक्के बना देता है जिसकी वजह से घाव और सूजन होने लगता है. इसमें बहुत दर्द होता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादातर लोग कोरोना के लक्षण में सूजन को अनदेखा कर देते हैं जिसकी वजह से बाद में बहुत दिक्कत होती है.
त्वचा का रंग बदलना और चकत्ते पड़ना- स्किन पर चकत्ते पड़ना और रंग बदल जाना भी कोरोना से जुड़ा एक लक्षण हो सकता है. वायरस का असर जब खून पर पड़ता है तो इसकी वजह से स्किन खराब होने लगती है. पैर की उंगलियों का अजीब हो जाना कोरोना के एक लक्षण के रूप में देखा जाता है लेकिन कई शोध से पता चला है कि ब्लड फ्लो पर वायरस के प्रभाव से स्किन का कलर भी बदलने लगता है. कोरोना के कुछ मरीजों में इससे नीले, बैंगनी या लाल रंग के चकत्ते होने लगते हैं.
स्ट्रोक का खतरा- कोरोना के मरीजों में स्ट्रोक आने का भी खतरा रहता है. ये खतरा उन्हें भी हो सकता है जिन्हें दिल से जुड़ी कोई बीमारी ना हो. ब्लड फ्लो का सही ना होना या फिर ब्लड क्लॉटिंग स्ट्रोक का मुख्य कारण हैं.

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