Lifestyle: हर किसी को अपनी स्किन का ख्याल रहता हैं। लेकिन देखा गया हैं कि चहरे की स्किन पर ज्यादा ध्यान देने के चक्कर में दूसरे हिस्से छूट जाते हैं। अक्सर लोगों को पीठ पर दाने होने की समस्या सामने आती हैं जिसमें खुजली, जलन, इरीटेशन का सामना करना पड़ता हैं। पीठ पर होने वाले इन दानों के कारण आपको कपड़े के चुनाव में भी तकलीफ होती हैं। महिलाओं और पुरुषों के साथ बच्चों में भी यह तकलीफ देखने को मिलती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी स्थितियों के बारे में बताने जा रहे जो आपकी पीठ पर दाने की वजह बनती हैं। इन्हें ध्यान में रखकर तकलीफ से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं इनके बारे में...
पर्स
आप शायद इस बारे में नहीं जानती होगी कि आपके फैशन को बढ़ाने वाला बैग आपके लिये किस प्रकार की परेशानिया पैदा कर सकते है। इसको कंधे पर डालने के बाद इसकी रगड़ से हमारे गले और पीठ पर दाने पड़ने लगते है। जिससे जलन होती है और बाद में ये मुहांसों का रूप ले लेते है।
बैक्टीरिया भी होता है दानों का कारण
लंबे समय तक दवाइयों का सेवन करने या किसी दवाई के साइड इफेक्ट के कारण भी पीठ पर दाने निकलने की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही जिन लोगों की त्वचा बहुत अधिक संवेदनशील होती है और तैलीय होती है, उनकी त्वचा पर एक खास तरह का बैक्टीरिया ऐक्टिव हो जाता है। यह बैक्टीरिया आपकी पीठ की त्वचा पर एक जगह से दूसरी जगह मूव करते हुए अलग-अलग स्थान पर दाने बनने का कारण होता है। वही, हमेशा आप अपनी बेडशीट को साफ रखें इससे आप सक्रमंण से होने वाली बीमारियों से बची रहेगी। क्योकि गंदी बेडशीट पर बाहरी मिट्टी के धूल कण सिमट कर रहे जाते है। जिससे बाहरी बैक्टीरिया से शरीर को नुकसान होने लगता है।
शरीर पर इस्तेमाल किए जाने वाले लोशन
शरीर पर उपयोग किया जाने वाले लोशन भले ही महंगे हो पर यह आपके शरीर में कुछ अलग सा साइड इफेक्ट कर सकते है। इसलिये आप अपने शरीर को धोने के लिये या फिर लगाने के लिये जिस लोशन का उपयोग कर रहे है। उन खतरों से बचते हुये ऐसे उत्पादों का पूरी तरह से परित्याग कर दें। क्योकि ऐसे लोशन जलन पैदा करने के बाद पीठ या गलें पर मुहांसों का रूप देते है।
इम्यून सिस्टम
माना जाता है कि प्रतिरक्षा के कमजोर होने पर भी मुंहासे हो सकते हैं। जब इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, तो यह मुंहासों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से ठीक प्रकार लड़ नहीं पाता है। हालांकि, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है। युवाओं में मुंहासे होने का मुख्य कारण एण्ड्रोजन हार्मोन का अधिक होना भी है। जैसे ही हार्मोन का स्तर नॉर्मल हो जाता है, तो एक्ने ठीक हो जाते हैं।
टाइट कपड़ो से नुकसान
जब भी आप अपने आपको सुदंर दिखने के लिये सख्त कपड़ो का चयन करते है तो ये आपके लिये काफी बड़ी परेशानी पैदा कर सकते है। ये टाइट कपड़े आपको उपर से तो सुंदर बना देते है पर अंदर से आप की त्वचा पर घाव का काम करते है इसकी रगड़ से और ज्यादा टाईट होने की वजह से शरीर के अंदर के रोमछिद्र बंद हो जाते है। जिसके साथ ही रोएं टूटने से शरीर में खुजली जलन जैसी समस्या भी शुरू हो जाती है जिसके कारण हमारी पीठ पर अनेक प्रकार के मुहांसे जैसी समस्या बन जाती है। इससे बचने के लिये आप कपास, शिफॉन, जैसे कपड़ो का उपयोग करें जो आपके लिये फायदेमंद साबित होगें।
आनुवांशिकता
मुंहासे होने का एक कारण आनुवंशिक भी हो सकता है। परिवार वालों को अगर एक्ने होते रहते हैं, तो यह जीन में आ सकते हैं। इससे परिवार के अन्य सदस्यों में भी समय के साथ एक्ने की आशंका बढ़ जाती है। इंफ्लामेशन भी पीठ के मुंहासे की एक वजह है। इंफ्लामेशन की वजह से एक्ने और गंभीर हो सकते हैं।
पसीने का आना
शरीर में पसीने के आने से शरीर के अंदर के रोम छिद्र बंद हो जाते है और बाहरी धूल मिट्टी के कण शरीर में प्रवेश कर त्वचा पर जम जाते है। जिससे शरीर में खुजली जलन जैसी समस्या बढ़ने लगती है। इससे छुटकारा पाने के लिये आप नियमित रूप से शरीर की सफाई अच्छी तरह से करें। जिससे शरीर के अंदर के रोमछिद्र खुल जायें।
बालों में उपयोग किया जाने वाले कॉस्मेटिक्स
आप अपन बालों को सुंदर और चमकदार बनाने के लिये कई तरह के शैम्पू का इस्तेमाल करती है। बलों को चमकाने वाले हेयर कंडीशनर, स्प्रे, सीरम जैसे केमिकल आपकी त्वचा को नुकसान पहुचाते है। जो आपकी पीठ और कंधों पर जलन पैदा करते है।