बांस: आप लोगों ने कभी ना कभी बांस का नाम या बांस के पेड़ को जरूर देखा होगा. गांव में इसके पेड़ अधिक दिखाइ देते हैं. लेकिन आप में से बहुत से लोग इस बात से अनजान होंगे कि बांस को खाया भी जाता है. आपको बता दें कि बड़े-बड़े दिखने वाले बांस के पेड़ के औषधीय गुण अनगिनत हैं. अब ये सोचना कि इतने सख्त और मजबूत बांस को कैसे खाया जा सकता है और उसे खाने से स्वस्थ कैसे रह सकते हैं गलत नहीं है.
अपनी इस सोच को अब विराम दिजीए, असल में बांस का सख्त भाग नहीं बल्कि इसकी कोंपलों का उपयोग खाने के लिए किया जाता है. बांस का इस्तेमाल सदियों से औषधी के रूप में किया जाता रहा है. यह कैसे फायदेमंद है आइए उसके बारे में जानते हैं.
बांस के फायदे
मुंह के छालों से दिलाए राहत
अगर आप मुंह के छालों से परेशान हैं तो बांस का पेस्ट लगाने से आपको आराम मिल सकता है. वंशलोचन को शहद में मिलाकर मुंह में लेप लगाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं.
डायबिटीज के लिए असरदार
एक अध्ययन के मुताबिक इस बात का पता चला है कि बांस में मौजूद सॉल्युबल डाइटरी फाइबर डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है. इसके साथ ही बांस कार्बोहाइड्रेट के ब्रेकडाउन और शुगर के प्रोसेस को धीमा कर डायबिटीज लेवल को कंट्रोल कर सकता है.
शरीर को देता है ठंडक
बांस में कूलिंग इफेक्ट होता है जो बॉडी को ठंडा रखता है, इसके साथ ही ये कूलिंग इफेक्ट्स स्किन के लिए भी फायदेमंद माना जाता है.
भूख बढ़ाने में भी असरदार
कई बार पेट से जुड़ी समस्या या जी मचलाने या उल्टी आने की वजह से कई लोगों को भूख कम लगती है. इसमें अगर ताजे बांस के कोंपलों का सेवन किया जाए तो यह भूख बढ़ाने में आपको मदद कर सकता है. साथ ही बांस का स्वाद हल्का मीठा होता है और इसकी बनावट कुरकुरी होती है. बांस में सोलुलोज का कंसंट्रेशन अधिक होता है जो भूख बढ़ाने, उत्तेजित करने, कब्ज़ को रोकने और पाचन में जल्दी से सुधार करता है.
इम्यूनिटी को करता है मजबूत
बांस में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है और इसके साथ ही इसमें मौजूद कई सारे विटामिन्स और मिनरल्स का स्टोर हाउस होने की वजह से बांस की कोपलों, इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है.
बांस का उपयोग
रोजमर्रा की जिंदगी में हम बांस का कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे
बंबू शूट्स का सेवन सब्जी के रूप में कर सकते हैं.
बांस का सूप बनाकर भी इसका उपयोग किया जा सकता है.
बांस की कोंपलों का चूर्ण बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है.
बांस की पत्तियों का पेस्ट बनाकर स्किन पर लगा सकते हैं.
बांस का मुरब्बा बनाया जा सकता है.
बांस के नुकसान
प्रेगनेंट महिलाओं को बांस से संबंधी किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए यह उनके और उनके होने वाले बच्चे के सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
जिन्हें थाइरॉइड है उन्हें भी इसका सेवन अधिक नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके अधिक सेवन से आपकी थाइरॉइड की समस्या और बदतर हो सकती है.