आशावादी होते हैं सूर्यास्त के बाद जन्म लेने वाले बच्चे

किसी भी मनुष्य के पास जन्म लेने का समय निर्धारित करने की शक्ति नहीं होती. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति के जन्म का समय, तारीख और जन्म स्थान का बहुत महत्व है.

Update: 2022-08-24 12:55 GMT

किसी भी मनुष्य के पास जन्म लेने का समय निर्धारित करने की शक्ति नहीं होती. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति के जन्म का समय, तारीख और जन्म स्थान का बहुत महत्व है. ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि इन तीनों चीजों से उस इंसान के भविष्य और उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत हद तक भविष्यवाणी की जा सकती है. आज के इस आर्टिकल में हमें भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं, ऐसे बच्चों के व्यवहार और व्यक्तित्व के बारे में, जिनका जन्म सूर्यास्त के बाद हुआ हो.

व्यक्तित्व
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सूर्य अस्त होने के बाद शाम या फिर रात के समय जो बच्चे पैदा होते हैं, उन पर चंद्रमा, शुक्र और मंगल ग्रह का असर ज्यादा होता है.
सूर्य अस्त होने के बाद पैदा होने वाले बच्चे व्यवहार से शर्मीले माने जाते हैं. यह संकोची स्वभाव के होते हैं. इसके अलावा, ऐसे बच्चे भावुक भी पाए गए हैं. सूर्य अस्त होने के बाद पैदा होने वाले बच्चे अपनी भावनाओं को ही सब कुछ मानते हैं. इन बच्चों में अपनी मां को लेकर बहुत लगाव देखा गया है. ऐसे व्यक्ति अपने हर काम को पूरी ईमानदारी के साथ करते हैं और उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं.
दूरदर्शी
जो लोग सूर्यास्त होने के बाद जन्म लेते हैं, वे दूरदर्शी होते हैं. यह अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं. ऐसे लोग किसी भी चीज को करने से पहले काफी गहन-चिंतन करते हैं. ऐसे लोगों में जागरूकता की कमी नहीं होती.
होते हैं आशावादी
कई बार ऐसा भी देखने में आया है कि सूर्यास्त के बाद जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ज्ञानी होते हैं. ये आशावादी और कल्पनाशीलता से भरे हुए होते हैं. सूर्यास्त के बाद जन्म लेने वाले बच्चे रचनात्मक क्षेत्रों में काफी अच्छा मुकाम हासिल करते हैं. ऐसे लोग यदि अपनी इच्छा से अपना कार्यक्षेत्र चुनें तो ये अपने लिए सफलता के कई रास्ते खोल सकते हैं.


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