क्या आप भी कर रहे हैं बच्चे को हॉस्टल भेजने की तैयारी, उन्हें जरूर सिखाएं ये बातें
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हर माता-पिता चाहते है कि उनके बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो और वे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल करे। इसके लिए वे अपने बच्चों को अपने पास रखते हुए अच्छी चीजें सिखाते हैं। कई पैरेंट्स बच्चों के लिए समय न निकाल पाने की वजह से या फिर उन्हें समय से आत्मनिर्भर बनाने की अपनी कोशिश की वजह से बच्चों को हॉस्टल भेज देते हैं। माता-पिता के लिए बच्चे को अपने से दूर भेजना जितना मुश्किल होता हैं उतना ही बच्चे के लिए हॉस्टल जाना होता हैं। अगर आप भी अपने बच्चे को हॉस्टल भेजने वाले हैं, तो आप कुछ चीजें बच्चों को जरूर सिखाएं, ताकि बच्चे को हॉस्टल में कोई दिक्कत न हो और वह आसानी से हॉस्टल में पढ़ाई कर सके। आइये जानते हैं इन जरूरी बातों के बारे में...
आत्मनिर्भर बनाएं
अगर आप बच्चे को बांधकर रखते हैं, तो उसके लिए हॉस्टल में रहना मुश्किल हो सकता है। इसलिए आपको अपने बच्चे को इंडिपेंडेंट (आत्मनिर्भर) भी रहने देना चाहिए। इससे उसमें कॉन्फिडेंस लेवल डेवलप होगा, साथ ही वह जिम्मेदारियां लेने के लिए भी तैयार होगा। इसलिए बच्चे के लिए बार-बार रोका-टाकी न करें। उसे कुछ निर्णय खुद से लेने दें, ताकि उसे बोर्डिंग स्कूल में दिक्कत न हो। अगर आप ही बच्चे का हर निर्णय लेंगे, तो इससे उसे बाद में हर जगह पर आपकी जरूरत पड़ सकती है और बोर्डिंग स्कूल में आप बच्चे के साथ नहीं होते हैं।
अनुशासन सिखाएं
हॉस्टल में आपके बच्चे को अपने ज्यादातर काम खुद करने पड़ सकते हैं। ऐसे में बच्चे को हॉस्टल भेजने से पहले थोड़ा डिसिप्लिन जरूर सिखाएं। उसे सुबह बिस्तर छोड़ते ही बेड शीट ठीक करना, अपने कपड़ों, किताबों और स्टेशनरी के सामानों को सही जगह पर रखना सिखाएं। बच्चे में ये आदत होने की वजह से वो अपना सामान खोकर नहीं आएगा। इसके अलावा बच्चे को उसका एक फिक्स शेड्यूल और रूटीन फॉलो करने की आदत डालें।
पैसे की बचत
बच्चों को पैसे की बचत करना जरुर सिखाना चाहिए। खासकर यदि वह हॉस्टल में पढ़ने के लिए जा रहा है तो यह आदत जरुर सिखाएं। क्योंकि हॉस्टल में बच्चों को पॉकेट मनी मिलती और उसी की मुताबिक ही बच्चों को पैसा खर्च करना होता है। ऐसे में आप उन्हें पैसों की वैल्यू करना सिखाएं, ताकि वह किसी भी तरह की फिजूल खर्ची न कर सके।
टाइम मैनेज करना सिखाएं
हॉस्टल भेजने से पहले बच्चों को टाइम मैनेज करना भी सिखाएं। यदि बच्चे को टाइम मैनेज करना आता होगा तो वह अपनी हॉस्टल लाइफ को आसानी से एन्जॉय कर पाएंगे। उन्हें सुबह उठने में, पढ़ाई करने में भी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नए रिश्ते बनाना सिखाएं
सभी बच्चों को खुले विचारों का होना चाहिए। सभी के साथ मिल-जुलकर रहना चाहिए। अगर आप बच्चे को हॉस्टल भेज रहे हैं, तो उसे नए रिश्ते बनाना जरूर सिखाएं। अगर आपका बच्चा अकेले रहना पसंद करता है, तो उसे नए दोस्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों को अलग-अलग लोगों से बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे आपका बच्चा हॉस्टल में दोस्तों के साथ आसानी से रह पाएगा। अगर बच्चे सहमा हुआ और अकेला रहने वाला होता है, तो उसे बोर्डिंग स्कूल में दिक्कत हो सकती है। वह अकेलापन महसूस कर सकता है।