क्या आपको भी परेशान कर रही हैं घमौरियां, इन 10 चीजों की मदद से मिलेगा आराम
क्या आपको भी परेशान कर रही हैं घमौरियां,
त्वचा की देखभाल सर्दियों में जितनी जरूरी हैं, गर्मी के मौसम में भी यह उतना ही महत्वपूर्ण है। गर्मियों के मौसम में तेज धूप, लू और पसीने की चिपचिपाहट से त्वचा में कई सारी परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं। देखने को मिलता हैं कि इन दिनों में पीठ या शरीर के दूसरे हिस्सों पर घमौरियां हो जाती है। घमौरियों को हीट रैशेज भी कहा जाता है। घमौरियों की समस्या उन लोगों को सबसे अधिक होती है जिनकी त्वचा अधिक संवेदनशील होती हैं। घमौरियों में तेज खुजली और जलन परेशान कर देती है। कई बार खुजली करने से त्वचा पर चकत्ते भी पड़ जाते हैं। घमौरियां ज्यादा बढ़ने से घाव भी हो जाते हैं। ऐसे में इससे राहत पाने के लिए आज हम आपको कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन उपायों का इस्तेमाल आपको आराम दिलाएगा। आइये जानते हैं इनके बारे में...
चंदन
चंदन में एक नहीं अनेक औषधीय गुण होते हैं। इसके सबसे बड़े गुणों की बात की जाए तो यह एंटीसेप्टिक, एंटीपायरेटिक और कूलिंग प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है। घमौरियां मिटाने के लिए चंदन और गुलाब जल का लेप तैयार करें। इस लेप को उस स्थान पर लगाएं जहां घमौरियां हुई हैं। अब आप इसे तब तक लगा रहने दें, जब तक यह पूरी तरह से सूख न जाए। बेस्ट होगा कि आप इसे रात में सोने से पहले लगा लें और रातभर लगा रहने दें। ऐसा करने से आपको सुबह तक ही बहुत लाभ मिल जाएगा।
एलोवेरा
घमौरियों के उपचाक के लिए एलोवेरा फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो रैशेज के कारण होने वाली रेडनेस और सूजन को शांत कर सकते हैं। एलोवेरा जेल एक ठंडा प्रभाव भी प्रदान करता है, जो चकत्ते से जुड़ी जलन और चुभन को कम कर सकता है। जेल लगाने के लिए एक एलोवेरा की पत्ती को काटें, फिर इसे रैशेस पर लगाएं। जेल को सीधे प्रभावित जगह पर लगाएं और फिर इसे 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें।
नारियल तेल
स्किन को रिपेयर करने के लिए नारियल तेल का लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। कोकोनट ऑयल में एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो स्किन को रिपेयर करने का काम करते हैं। वहीं कपूर भी स्किन केयर में कारगर है। एक कटोरी में नारियल का तेल लें और इसमें कपूर को मिलाकर गर्म करें। अब इसे घमौरियों से प्रभावित त्वचा पर लगाएं और ऐसे ही छोड़ दें। नहाने से पहले इस नुस्खे को आजमाएं और फर्क देखें।
मुल्तानी मिट्टी
त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी के लाभ तो हैं ही, साथ ही इसका उपयोग हीट रैश के लिए भी किया जा सकता है। मुल्तानी मिट्टी में एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जिसका प्रभाव फंगल, बैक्टीरिया, वायरस व परजीवियों को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। इस्तेमाल के लिए एक बाउल में मुल्तानी मिट्टी और पानी को अच्छे से मिक्स कर लें। फिर इस मिश्रण को प्रभावित हिस्से पर अच्छे से लगाएं। 15 मिनट बाद नॉर्मल या ठंडे पानी से धो लें। हफ्ते में चार दिन इस उपाय को अपना सकते हैं।
खीरा
घमौरियों को दूर करने के लिए खीरा का इस्तेमाल करें। आधा खारा लेकर उसे छील लें और पतले टुकड़ों में काल लें। आप कटे हुए खारी को थोड़ी देर फ्रिज में रख दें। जब खीरा ठंडा हो जाए तो इसे घमौरियों पर लगाएं। इससे आपको बहुत राहत मिलेगी।
कच्चा आम
कच्चे आम की मदद से भी आप स्किन को गर्मी से बचा सकते हैं और घमौरियों को शांत कर सकते हैं। इसके उपयोग के लिए पहले आप कच्चे आम को गैस पर भून लें। जब ये थोड़ा ठंडा हो जाए तो इसका पल्प निकालकर फ्रिज में रखें। अब ठंडा होने के बाद पल्प को शरीर पर लेप लगाएं।
बेकिंग सोड़ा
अगर आपको घमौरी हो गई हैं तो बेकिंग सोड़ा का इस्तेमाल करें। 2 चम्मच बेकिंग सोडा को एक कटोरा पानी में मिला लें और इसे घमौरी वाली जगह पर लगा लें। थोड़ी देर बाद साफ पानी से धो लें।
ओट्स
ओट्स एक और प्राकृतिक उपाय है, जिसे आप आजमा सकते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और रेडनेस को कम करने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं ओट्स जलन को शांत करने के लिए भी प्रभाव हो सकता है, जो चकत्ते के कारण होती है और खुजली को बढ़ावा देती है। एक कप ओटमील को पीसकर महीन पाउडर बना लें और इसे पानी के साथ मिला लें। अब पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगा दें और इसे कम से कम 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
दही
घमौरी का घरेलू इलाज में अब बारी है दही के उपयोग की। दही में भी एंटीबैक्टीरियल यानी बैक्टीरिया को खत्म करने वाले गुण मौजूद होते है। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में दही लें। इसके बाद प्रभावित हिस्से पर लगाएं। करीब 15 से 20 मिनट बाद इसे पानी से धो लें। रोजाना दिन में एक बार इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
आलू
आलू एक ऐसी सामग्री है, जो हर घर में आसानी से उपलब्ध हो जाती है और किफायती भी है। यह त्वचा को शांत करने और खुजली का इलाज करने में मदद कर सकता है। आलू को काटकर प्रभावित जगह पर लगाएं। इसे कम से कम 15 मिनट तक रखें और फिर ठंडे पानी से धो लें।