पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा तिथि के दिन मां अन्नपूर्णा प्रकट हुई थी। इसी कारण आज के दिन अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि संसार में अन्न जल की कमी होने पर मां पार्वती से अन्नपूर्णा का स्वरूप लिया था। आज के दिन मां अन्नपूर्णा की विधिवत पूजा करने के साथ इस स्त्रोत का पाठ करें। माना जाता है कि अन्नपूर्णा स्त्रोत का पाठ करने से मां जल्द प्रसन्न होती है और धन धान्य, समृद्धि का आशीर्वाद देती है।