अमेरिका में एक ऐसे आई ड्रॉप को मंजूरी मिली जिसके बारे में दावा किया की इसके डालने से चश्मा से मिल जाएगा. छुटकारा
आई ड्रॉप
जनता से रिश्ता वेब डेस्क। कमजोर आंखों वाले लोगों के लिए चश्मा निस्संदेह एक वरदान है. इससे आप आसपास की वस्तुओं को देख सकते हैं, पढ़ाई कर सकते हैं. चश्मा कमजोर नजर वालों के लिए वरदान साबित हुआ है, लेकिन कभी-कभी ये दिक्कत का सबब भी बन जाता है. अधिक पसीना आने पर चश्मा पहनने में दिक्कत होती है. कई लोग जल्दबाजी में घर से ऑफिस जाते समय उन्हें घर या कार में भूल जाते हैं. वे आसानी से टूट जाते हैं. ऐसे में मेडिकल साइंस चश्मे से राहत देने के लिए एक आई ड्रॉप इजाद किया है. दावा किया जा रहा है कि इसके इस्तेमाल से चश्मे से छुटकारा मिल सकता है. इस आई ड्रॉप को अमेरिका में मंजूरी मिल गई है.
मास्क में परेशानी
कोविड महामारी के बाद से मास्क हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है. हालांकि, मास्क पहनने से सबसे ज्यादा दिक्कत चश्मा पहनने वालों को होती है. ऐसे में संयुक्त राज्य अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने हाल ही में एक आई ड्रॉप को मंजूरी दी है, जो चश्मे की जगह ले सकती है.
हर 6 घंटे में डालनी पड़ती है दवा
इस दवा को Vuity नाम दिया गया है. दावा किया जा रहा है कि इसके आंखों में डालने के बाद नजर में सुधार हो सकता है. Express.co.uk की एक रिपोर्ट के अनुसार, आई ड्रॉप्स को हर छह घंटे में एक बार डालने की आवश्यकता होती है और यह 15 मिनट के भीतर काम करना शुरू कर देती है.
नजर को है बढ़ाती
रिपोर्ट के अनुसार, दवा पाइलोकार्पिन के रूप में जाने जाने वाले प्रसिद्ध यौगिक का एक तैयार रूप है और शोधकर्ताओं ने इसे आंसू फिल्म के पीएच को जल्दी से अनुकूलित करने के लिए विकसित किया है. पुतली को संकुचित करने की आंख की प्राकृतिक क्षमता का उपयोग करते हुए ड्रॉप दूर की नजर को बनाए रखता है, इसके साथ ही नजदीक के नजर को बढ़ाता है.
750 प्रतिभागियों पर किया गया टेस्ट
इस दवा को लेकर 750 प्रतिभागियों पर परीक्षण किया गया. शोधकर्ताओं के विश्लेषण के अनुसार, 40 से 55 वर्ष की आयु के लोगों के लिए ड्रॉप सबसे अधिक कारगर है. इसका आंखों पर किसी तरह का साइड इफेक्ट भी नहीं होता. हालांकि, कुछ रोगियों ने मामूली सिरदर्द और आंखें लाल होने की बात कही थी.