एक खतरनाक बीमारी, किम कार्दशियन भी हैं इसकी शिकार, कैसे करें बचाव

Update: 2023-07-27 14:11 GMT
लाइफस्टाइल: सोराइसिस इम्यून सिस्टम की बीमारी है. इसकी शुरुआत में स्किन पर लगातार खुजली होती रहती है, लेकिन लोग इस ओर ध्यान नहीं देते हैं. जिससे धीरे-धीरे ये बीमारी बढ़ती रहती है.
एक खतरनाक बीमारी, किम कार्दशियन भी हैं इसकी शिकार, कैसे करें बचाव
सोराइसिस स्किन की खतरनाक बीमारी है
अगर आपकी स्किन पर खुजली होती है और लगातार ये समस्या बनी हुई है तो इसे हल्के में न लें. यह सोरायसिस बीमारी का लक्षण हो सकता है. यह बीमारी काफी खतरनाक होती है. किसी भी उम्र के लोग इसका शिकार हो सकते हैं. चिंता की बात ये है कि इस बीमारी का इलाज भी नहीं होता, सोरायसिस कभी खत्म नहीं होती है. केवल इसको कंट्रोल किया जाता है. जिन लोगों को पहले से ही स्किन की कोई बीमारी होती है उनको इस डिजीज से ज्यादा खतरा हो सकता है.
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में स्किन डिपार्टमेंट में डॉ. भावुक धीर ने बताया कि सोरायसिस इम्यून सिस्टम की खराबी की डिजीज है. इस बीमारी में इम्यून सिस्टम ओवरएक्टिव हो जाता है. ये शरीर की अच्छी सेल्स को ही खत्म करने लगता है. जिसका असर स्किन पर भी होता है और सोरायसिस की बीमारी हो जाती है. सिरोसिस की शुरुआत में स्किन पर खुजली होती है, लेकिन अधिकतर लोग इस समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में ये बीमारी लगातार बढ़ती रहती है. धीरे-धीरे स्किन के प्रभावित हिस्सों पर पपड़ी जमने लगती है और घाव भी हो जाते हैं.
नहीं है कोई इलाज
डॉ धीर बताते हैं कि सोरायसिस का ज्यादा प्रभाव हाथों और पीठ पर होता है. हालांकि ये पूरे शरीर में भी फैल सकती है. चिंता की बात यह है कि इस डिजीज का कोई निर्धारित इलाज आजतक नहीं है. दवाओं के माध्यम से केवल इसको कंट्रोल किया जा सकता है. बढ़ती उम्र के साथ यह बीमारी ज्यादा खतरनाक होती है, हालांकि अगर खानपान को ठीक रखते हैं और डॉक्टर की सलाह के हिसाब से स्किन केयर रूटीन को फॉलो करते हैं तो इस बीमारी को काबू में रखा जा सकता है.
सालों तक चलती है ये बीमारी
एम्स के त्वचा रोग विभाग के डॉ. निखिल कुमार बताते हैं कि इस बीमारी के मामले हर साल सामने आते हैं. सर्दियों के दौरान ज्यादा केस रिपोर्ट किए जाते हैं. ये बीमारी जेनेटिक कारणों से भी होती है. यानी माता-पिता से बच्चों में भी जा सकती है. ये डिजीज अगर एक बार हो जाए तो ये बीमारी सालों तक चलती है. हालांकि सही ट्रीटमेंट से इसको कंट्रोल में रखा जा सकता है.
मरीजों की मेंटल हेल्थ होती है खराब
डॉ. निखिल कहते हैं कि सोरायसिस की बीमारी की वजह से मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस बीमारी का मरीज बाहर जाने और लोगों से मिलने से बचता है. व्यक्ति हीन भावना का शिकार होने लगता है. धीरे-धीरे उसमें एंग्जाइटी आने लगती है और डिप्रेशन भी बढ़ने लगता है, जिसका सीधा असर मेंटल हेल्थ पर पड़ता है.
ऐसे करें बचाव
स्किन को ड्राई न रहने दें
खुजली की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
शराब का सेवन न करें
स्किन पर मॉइस्चराइजर का यूज करें
किम कार्दशियन भी हुईं इस सोरायसिस का शिकार
अमेरिकन एक्ट्रेस किम कार्दशियन भी सोरायसिस का दर्द झेल चुकी हैं, कुछ वक्त पहले उन्होंने खुद एक ब्लॉग के जरिए अपनी कहानी बताई थी, कि कैसे सालों तक वो इस बीमारी से जूझती रहीं. उन्होंने बताया था कि जब वो 25 साल की थीं, तो पहली बार उन्हें पैर पर एक दाग दिखा, जिसे उन्होंने मामूली सा स्किन इंफेक्शन समझा और इलाज कराने डॉक्टर के पास गईं, लेकिन धीरे-धीरे ये बीमारी उनके शरीर पर फैलने लगी और उन्हें पता चला कि ये कोई मामूली बीमारी नहीं सोरायसिस है, जिसका कोई इलाज नहीं है. वो खुद बताती हैं कि पहले तो मैं अपने दाग को मेकअप और कपड़ों से छिपाकर रखती थी, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इस बीमारी के साथ जीना सीख लिया.
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