धर्मशाला में गूंजा जगाने वाले आ गए

धर्मशाला। धर्मशाला के कचहरी चौक में चल रहे सांकेतिक कर्मिक धरने का शनिवार को तीसरे दिन रहा। धरने के तीसरे दिन सकोली व पटोला की महिलाओं ने सोई हुई सुक्खू सरकार को जगाने का प्रयास किया, जिसमें उन्होंने सरकार जगाने के लिए जाग ओ सुखुआ जाग, जगाने वाले आ गए है, गाकर सरकार के सामने …

Update: 2024-01-21 05:45 GMT

धर्मशाला। धर्मशाला के कचहरी चौक में चल रहे सांकेतिक कर्मिक धरने का शनिवार को तीसरे दिन रहा। धरने के तीसरे दिन सकोली व पटोला की महिलाओं ने सोई हुई सुक्खू सरकार को जगाने का प्रयास किया, जिसमें उन्होंने सरकार जगाने के लिए जाग ओ सुखुआ जाग, जगाने वाले आ गए है, गाकर सरकार के सामने मांग रखते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण हेतु अविलंब 30 करोड़ जमा करके उनके बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में अपना सहयोग देें। इस दौरान धरने पर डोलकी और चिमटा बजाकर सीयू की मांग की।

अतुल भारद्वाज ने बताया कि अब सांकेतिक धरना, कर्मिक धरने में परिवर्तित हो चुका है, जिसमें धर्मशाला की सकोली व पटोला की महिलाओं ने जाग सुखया जगाने वाले आ गए गाकर सरकार की कुंभकर्णी नींद को तोडऩे का प्रयास किया। अतुल भारद्वाज ने बताया कि कल धरने पर पेंशनर व वार्ड नंबर तीन बल्ला की महिलांए धरने पर बैठेंगी। शनिवार को धरने के तीसरे दिन पवना रुकवाल, रेखा देवी, निशा देवी, दर्शना, सरोज, वंदना, लता, रीना, नीतू, उर्मिला, रजनी, विशनी, रचना देवी, नीजू, आशु ,सलोचना, दयावंती, कुसुमलता, राजबाला, कुसुमा देवी, सपना, सत्यवती, शुकुंतला, तृप्ता देवी, सावित्री, कल्पना, गायत्री, कमला, मोनू देवी, रजनी, कविता, वीना, रीता, बिंदु, इंदु, सुदर्शना, कुलवंत, सुदर्शन आदि शामिल रहे।

Similar News

-->