अफ्रीका में 55 घंटे जिंदगी और मौत से जूझती रही ये एक्ट्रेस, इंस्टा पर बताया कैसा रहा मुश्किलों भरा सफर

सोशल मीडिया पर जिंदगी और मौत से जूझती अपनी कहानी शेयर की है

Update: 2021-02-17 14:33 GMT

अमेरिकन एक्ट्रेस और पॉलिटिकल एक्टिविस्ट एश्ले जूड ने हाल ही में सोशल मीडिया पर जिंदगी और मौत से जूझती अपनी कहानी शेयर की है. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कुछ तस्वीरों के सहारे बताया है कि अफ्रीका के कोन्गो में रहने वाले लोगों ने जबरदस्त इच्छाशक्ति दिखाते हुए उनकी जान बचाई है. एश्ले ने एक लंबे पोस्ट में 55 घंटे चले संघर्ष को बयां किया है. इनमें जंगलों के बीच से होता हुआ ट्रैक भी शामिल है. एश्ले को घायल अवस्था में दक्षिण अफ्रीका के एक आईसीयू में भर्ती कराया गया था.

52 साल की एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है कि उनका एक पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया था और उनकी हड्डियां भी टूट गई थीं. उन्होंने अपने इस इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि कोन्गो के भाइयों और बहनों के बिना काफी संभव था कि मेरी मौत इंटरनल ब्लीडिंग से हो चुकी होती या मैं अपना पैर गंवा चुकी होती. आज कोन्गो के लोगों की मदद के बारे में सोचकर काफी इमोशनल हूं. मेरी 55 घंटों की यात्रा में मेरी लाइफ बचाने में उनका पूरा योगदान है.
एश्ले ने कहा कि इस एक्सीडेंट के 55 घंटे बाद उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण और दर्द भरे थे. पहले पांच घंटे वे जंगल में दर्द से कराहते हुए बिता रही थीं. पांचवें घंटे खत्म होने तक एक शख्स ने आकर उनकी हड्डियों को रीसेट करने की कोशिश की. इसके चलते एश्ले शॉक में चली जाती थी और दर्द के चलते बेहोश हो रही थीं.



इसके बाद उन्होंने अगले डेढ़ घंटे एक हैमॉक में लेटे हुए बिताए और उन्हें कोन्गो के लोगों ने उठाया हुआ था. वे ये काम नंगे पैर ही कर रहे थे और इस दौरान वे नदी और पहाड़ों को पार करते हुए कैंप पहुंचे. इसके बाद मैराडॉना और दिदियेर नाम के दो लोग उन्हें मोटरसाइकिल पर ले गए थे.
इन छह घंटों की यात्रा के दौरान वे बेहोश होती थीं तो मैराडॉना उन्हें उठा देता था और उसने काफी एहतियात के साथ उसके पैर को उठाया हुआ था. एक बेहद धूल भरी खराब रोड पर छह घंटों तक वे तीनों मोटरसाइकिल पर थे. इसके बाद शहर में शाम बिताने के बाद वे अगले दिन किन्स्हासा की राजधानी में 24 घंटे रूके थे और आखिरकार दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे.
उन्होंने कहा कि कोन्गो से दक्षिण अफ्रीका के आईसीयू ट्रॉमा यूनिट तक पहुंचने का सफर अविश्वसनीय रहा है. मेरे और कोन्गो के लोगों के बीच एक अंतर ये था कि मेरे पास ऐसी आपदाओं और एक्सीडेंट्स के लिए इंश्योरेंस था लेकिन कोन्गो के लोगों के पास ऐसी सुविधा नहीं है. एक्ट्रेस ने कहा कि कोंगो के कई लोगों के पास पेन किलर जैसी बुनियादें मेडिकल सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं.


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