Suresh Gopi Birthday: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार और केंद्रीय मंत्री का आज 66वां जन्मदिन मना रहे है
Suresh Gopi Birthday: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार और राजनेता सुरेश गोपी आज अपना 66वां जन्मदिन (BIRTHDAY) मना रहे हैं। उनका जन्म 26 जून, 1958 को केरल के अलप्पुझा में हुआ था। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल करके इतिहास रच दिया। उन्हें केंद्र सरकार में पर्यटन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री भी बनाया गया है।
कोल्लम में शुरुआती पढ़ाई-लिखाई करने के बाद सुरेश गोपी ने जूलॉजी में बीएससी की डिग्री हासिल की। इसके बाद अंग्रेजी साहित्य में एमए किया। सुरेश गोपी के तीन छोटे भाई हैं, जिनके नाम- सुभाष गोपी, सुनील गोपी और सानिल गोपी हैं। उनकी पत्नी का नाम राधिका नायर है, जिनसे उन्होंने 1990 में शादी की थी। दोनों पांच बच्चों के माता-पिता हैं। सुरेश गोपी की प्रमुख फिल्मों (MAIN FILM) में 'मणिचित्राथजू', 'ध्रुवम', 'इन्नाले', 'इरुपथम', 'नूट्टांडु', 'थेंकासीपट्टनम', 'केरल कैफे', 'गरुडन', 'पथराम', 'ए नॉर्दर्न स्टोरी ऑफ वैलोर', 'कमिश्नर' शामिल हैं। सुरेश ने 'राष्ट्रम', 'युवाथुरकी', 'सत्यप्रथिंजा', 'पथाका' और 'जनाधिपथ्यम' फिल्म में नेता का किरदार निभाया था।
सुरेश गोपी ने साल 1965 में बतौर बाल कलाकार अपने अभिनय करियर (CAREER) का श्रीगणेश किया था। साल 1992 में उन्होंने 'थलस्तानम' फिल्म में लीड रोल अदा किया था। इस फिल्म का निर्देशन शाजी कैलास ने किया था। इसके अगले ही साल उन्होंने 'एकलव्यन' फिल्म की, जिससे लोग उन्हें जानने लगे थे। इस फिल्म का निर्देशन भी शाजी कैलास ने ही किया था। साल 1995 में रिलीज हुई 'हाईवे' फिल्म तो 100 से भी ज्यादा दिनों तक सिनेमाघरों में चली थी। इस फिल्म में उन्होंने एक रॉ अधिकारी का रोल किया था। दर्शकों ने सुरेश गोपी को पुलिस के किरदार में भी खूब पसंद किया। साल 2015 में रिलीज हुई 'आई' फिल्म के बाद सुरेश गोपी ने एक्टिंग से चार साल का लंबा ब्रेक ले लिया था। फिर 2020 में 'थमिलारसन' फिल्म से परदे पर वापसी की थी।
सुरेश गोपी के राजनीतिक सफर की बात करें तो साल 2016 में उन्होंने बीजेपी (BJP) की सदस्यता ली थी। इसके तीन साल बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें त्रिशूर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पांच साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी ने उन पर भरोसा जताते हुए टिकट थमा दिया। इस बार उन्होंने जीत दर्ज करके इतिहास ही रच दिया। दरअसल, उनकी जीत इसलिए खास है, क्योंकि वो केरल में बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले पहले सांसद हैं। इससे पहले कभी भी केरल में बीजेपी का खाता नहीं खुला था।