मुंबई। कैमरा के साथ लोगों की जिंदगियों में भी फिल्टर्स आ गये है, उन फिल्टर्स में अपनी असली पहचान को नहीं भूलना है। ये मानना है अभिनेता शरद केलकर का।अभिनय के साथ वॉइस डबिंग में भी सक्रिय शरद दैनिक जागरण से बातचीत में कहते हैं कि एक्टिंग मेरा पेशा है। वो मैं अपनी वास्तविक जिंदगी में नहीं करता हूं।
लोग असल जिंदगी में करते हैं एक्टिंग
उन्होंने आगे कहा, कई बार कलाकार भूल जाते हैं कि असली जिंदगी में एक्टिंग नहीं करनी है। मेरा पेशा मेरी जिंदगी का हिस्सा हो सकता है, जिंदगी नहीं। आधी दुनिया वैसे ही अपनी जिंदगी में एक्टिंग करके ही जी रही है। एक्टर होने के बावजूद मेरी जिंदगी में कोई फिल्टर नहीं है। मुझे जो पसंद नहीं है वो मैं कह देता हूं। लोग कहते हैं कि इसमें फिल्टर नहीं है, कुछ भी बोल देता है। हालांकि अब लोग समझने भी लगे हैं कि बिना फिल्टर या दूसरा मुखौटा लगाये हुए रहना अच्छी चीज है।
पत्नी है सबसे बड़ी आलोचक
शरद केलकर ने अपनी पत्नी के बारे में बात करते हुए कहा, आप जो हैं, उसको पहचान ले तो जिंदगी आसान हो जाती है। नहीं तो सच सामने आने पर निराशा होगी। वह दिन देखने से अच्छा है, चेहरा जैसा है वैसा रखें। बाकी अगर मुझमें कोई बदलाव दिखने लगता है तो मेरे घर पर दूसरा इंसान बैठा हुआ है, जो तुरंत मेरी आलोचना कर देता है। मेरी श्रीमती जी (कीर्ति केलकर) मुझसे अच्छी एक्ट्रेस हैं। इस इंडस्ट्री को जानती हैं। उनको पता चल जाता है कि मुझमें बदलाव आ रहा है। वह मेरी सबसे बड़ी आलोचक हैं।
बाहुबली की आवाज बने थे शरद
शरद केलकर अपनी दमदार आवाज के लिए जाने जाते हैं। सबसे ज्यादा चर्चा उन्होंने बाहुबली को लेकर बटोरी थी। फिल्म के हिंदी वर्जन में वो प्रभास के किरदार अमरेंद्र बाहुबली की आवाज बने थे। फिल्म में उन्होंने प्रभास के रौबदार किरदार के साथ पूरी तरह न्याय किया था।