Review: 80 के दशक में indo-pak के युद्ध के बीच राम-सीता की खूबसूरत लव स्टोरी हैं Sita Ramam
फिल्म की सिनेमेटोग्राफी काफी अच्छी है।
फिल्म में राम-सीता की एक खूबसूरत लव स्टोरी दिखाई गई है। फिल्म की कहानी काफी अलग है, जो सबको पसंद आएगी। साउथ एक्टर दुलकर सलमान, रश्मिका मंदाना और मृणाल ठाकुर की फिल्म सीता रामम बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है, इसे अब हिंदी में भी रिलीज किया गया है। हनु राघवपुडी के निर्देशन में बनी यह फिल्म कितना कमाल दिखा पाएगी यह अंदाजा आप इस रिव्यू से भी लगा लकते हैं।
कहानी
फिल्म की कहानी 80 के दशक में भारतीयों और पाकिस्तानियों के बीच युद्ध के हालातों पर आधारित है। फिल्म की शुरुआत रश्मिका के किरदार आफरीन से होती है जो पाकिस्तानी लड़की हैं और लंदन में पढ़ी लिखी हैं। आफरीन एक महंगी कार को आग लगा देती है क्योंकि वो एक भारतीय की गाड़ी होती है। अब इस गाड़ी के दस लाख रुपए आफरीन से मांगे जाते हैं। आफरीन बहुत सालों बाद अपने दादा जी के पास जाती है जहां से उसे एक लेटर मिलता है। यह लेटर उसे सीता लक्ष्मी को देने के लिए कहा जाता है। यहीं से कहानी में ट्विस्ट आता है।
आफरीन के दिवंगत दादा अब्दुल तारिक ने अपनी वसियत में लिखा था और वो लेटर आफरीन कैसे पंहुचा पाती है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
एक्टिगं
दुलकर सलमान ने काफी अच्छा काम किया है। मृणाल ठाकुर और रश्मिका मंदाना ने भी अपने किरदार को सौ प्रतिशत दिया है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी काफी अच्छी है।
डारेक्शन