निरूपा रॉय 'मां' बनने से पहले सिनेमा की रह चुकी हैं हीरोइन

Update: 2024-05-12 07:27 GMT
मुंबई : फिल्मी पर्दे पर अगर किसी अभिनेत्री को मां के रोल के लिए याद किया जाएगा तो सबसे पहला नाम निरूपा रॉय (Nirupa Roy) का जरूर आएगा। अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रहीं निरूपा रॉय को बड़े पर्दे पर दुखियारी मां का किरदार निभाने के लिए खूब शोहरत मिली।
बॉलीवुड में ऐसे बनीं दुखियारी मां
कभी सिनेमा की ग्लैमरस हीरोइन कही जाने वाली निरूपा रॉय ने फिल्मों में मां का किरदार इतनी उम्दा तरीके से निभाया कि वह इसी छवि के लिए मशहूर हो गईं। उन्होंने पहली बार फिल्म 'मुनीमजी' (1955) में 7 साल बड़े देव आनंद (Dev Anand) की मां का किरदार निभाया था। इसके बाद वह अमिताभ बच्चन स्टारर 'दीवार', 'अमर अकबर एंथनी' और 'मर्द' जैसी फिल्मों में मां का किरदार निभाकर 'सिनेमा की मां' बन गईं।
कभी सिनेमा पर चलता था निरूपा रॉय का जलवा
मगर क्या आपको पता है कि बड़े पर्दे पर रोती मां का किरदार निभाने वाली निरूपा रॉय कभी सिनेमा की टॉप हीरोइन में गिनी जाती थीं। गुजराती फिल्म 'रनकदेवी' से करियर की शुरुआत करने वाली निरूपा ने हिंदी में 'अमर राज' से सफर शुरू किया था। उन्हें पॉपुलैरिटी 'गुणसुंदरी' मूवी से मिली। वह 'दो बीघा जमीन', 'तांगेवाली', 'हर हर महादेव' और 'गरम कोट' जैसी फिल्मों में लीड रोल निभा चुकी हैं।
निरूपा रॉय की फिल्म पहुंचीं थी कान्स
निरूप रॉय ने फिल्मों में लीड रोल निभाकर सिर्फ देश में ही पॉपुलैरिटी हासिल नहीं की थी, बल्कि विदेशों में भी खूब चमकीं। बिमल रॉय की फिल्म 'दो बीघा जमीन' में उन्होंने लीड रोल प्ले किया था। इस फिल्म ने साल 1954 में कान्स फिल्म फेस्टिवल में इंटरनेशनल क्रिटिक्स प्राइज (Prix International de la Critique) जीता था।
निरूपा रॉय बनी थीं बॉलीवुड की पहली सुपरमैन
चलो ये बात रही हीरोइन बनकर ग्लैमर बिखेरने की और बेटों के लिए आंसू बहाने की लेकिन क्या आपको मालूम है कि निरूपा रॉय बॉलीवुड की पहली सुपरमैन भी रह चुकी हैं। साल 1960 में आई अनंत ठाकुर निर्देशित फिल्म 'सुपरमैन' में निरूपा रॉय ने लीड रोल निभाया था। फिल्म में उनका सुपरमैन गेटअप देख आप उन्हें पहचान नहीं पाएंगे। इस फिल्म में हेलेन ने भी अहम भूमिका निभाई थी।
Tags:    

Similar News

-->