राजेश खन्ना का कर्जदार मानते थे मन्ना डे, सुरैया के साथ चमकी थी सिंगर की किस्मत

Update: 2024-05-01 02:02 GMT
मुंबई : 1 मई 1919 को कलकत्ता (कोलकाता) में जन्मे प्रभोध चंद्र डे उर्फ मन्ना डे (Manna Dey) म्यूजिक जगत का वो हीरा थे, जिनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता है। सिनेमा को सदाबहार गाने देने वाले
'ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे' (शोले), 'एक चतुर नार' (पड़ोसन), 'बाबू समझो इशारे' (चलती का नाम गाड़ी) और 'प्यार हुआ इकरार हुआ' (श्री 420) जैसे गाने आपके प्ले लिस्ट में जरूर शुमार होंगे। इन गानों को मन्ना डे ने ही गाया था।
बचपन से था संगीत से लगाव
मन्ना डे को शुरू से ही संगीत से गहरा जुड़ाव रहा। जब वह स्कूल में थे तो स्टेज शो किया करते थे। फिर धीरे-धीरे उनकी दिलचस्पी स्पोर्ट्स में भी बढ़ी और बॉक्सिंग व पहलवानी करने लगे। मगर फिर भी वह भटके नहीं और आगे चलकर उन्होंने संगीत को ही चुना। विद्यासागर कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद कृष्ण चंद्र डे और उस्ताद दाबिर खान से संगीत की तालीम हासिल की और आ गये मुंबई।
सुरैया के साथ शुरू किया करियर
संगीत की तालीम हासिल करने के बाद मन्ना डे साल 1939 में मुंबई आ गये थे। यहां उन्होंने करीब तीन साल तक संघर्ष किया। कई म्यूजिक डायरेक्टर्स को असिस्ट करने के बाद उन्हें पहला बड़ा ब्रेक मिला, वो भी उस समय की मशहूर अदाकारा और सिंगर सुरैया (Suraiya) के साथ। फिल्म 'तमन्ना' (1942) का गाना 'जागो आई उषा पोंची बोले जागो' से वह इंडस्ट्री में चमक उठे।
राजेश खन्ना के कर्जदार थे मन्ना डे
मन्ना डे सिनेमा के ऐसे गायक थे, जिनके फैन मोहम्मद रफी (Mohammed Rafi) भी हुआ करते थे। मगर क्या आपको पता है कि वह किसके फैन थे? आपको जानकर हैरानी होगी कि मन्ना डे पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के दीवाने थे। उन्होंने ज्यादातर वो गाने गाये जिसमें राजेश खन्ना थे।
जिस तरह राजेश किसी भी गाने को फिल्माते थे, वो अंदाज मन्ना डे को खूब पसंद आता था। एक बार तो सिंगर ने कह दिया था कि वह राजेश खन्ना के हमेशा कर्जदार रहेंगे, अभिनेता उनके गानों को जिंदादिल बना देते थे।
मन्ना डे की पर्सनल लाइफ (Manna Dey Personal Life)
मन्ना डे केरल की रहने वाली सुलोचना कुमारन से शादी की थी। मन्ना और सुलोचना की दो बेटियां शुरोमा और शुमिता हैं। शुरोमा यूएस में साइंटिस्ट थीं, जिनका 2016 में निधन हो गया था। दूसरी बेटी शुमिता बैंगलोर बेस्ड बिजनेसवुमन हैं। पत्नी के निधन के ठीक एक साल बाद हार्ट अटैक से मन्ना भी दुनिया को अलविदा कह गये थे।
मन्ना डे के बेस्ट सॉन्ग्स (Manna Dey Best Songs)
3 हजार से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दे चुके मन्ना डे ने काबिलियत के दम पर कई अवॉर्ड्स अपने नाम किये हैं। उन्हें 1971 में पद्म श्री, 2005 में पद्म भूषण, 2007 में दादा साहेब फाल्के और 2011 में बंगा विभूषण से सम्मानित किया गया था।
मन्ना डे के टॉप 10 बेस्ट सॉन्ग्स पर नजर डालिये...
चुनरी संभाल गोरी
एक चतुर नार
ना मांगू सोना चांदी
जहां मैं जाती हूं
ये रात भीगी भीगी
प्यार हुआ इकरार हुआ
आजा सनम मधुर चंदन में
तू प्यार का सागर है
बाबू समझो इशारे
अभी तो हाथ में जाम है
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