‘IC 814’ के मेकर्स गलती, विवादों के बीच असली पायलट ने बताया सच

Update: 2024-09-03 14:23 GMT
 Mumbai.मुंबई: नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘आईसी 814’ इन दिनों विवादों के बीच घिरी हुई है। वेब शो में आतंकियों के निक नाम को दिखाए जाने को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। इसमें उनका निक नेम हिंदू दिखाए जाने पर लोगों ने इसे ओटीटी से हटाए जाने की मांग की। विवाद इस कदर बढ़ गया कि मामला कोर्ट तक पहुंच गया। ऐसे में तमाम विवादों के बाद अब नेटफ्लिक्स की ओर से इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। इसके ओपनिंग डिस्क्लेमर को हाइजैकर्स के कोड और रियल नाम को अपडेट किया गया है। शो में भी आतंकियों के हिंदू नाम को हटा दिया गया है। इन सबके बीच अब हाइजैक
फ्लाइट
के रियल पायलट देवी शरण ने मेकर्स की दो गलतियों के बारे में बताया है। चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कहा।
दरअसल, आईसी 814 फ्लाइट के रियल पायलट देवी शरण ने हाल ही में द टेलीग्राफ से इस हाइजैक को लेकर बात की। उन्होंने वेब सीरीज में दिखाए गए कुछ सीन्स और रियल घटना के बारे में बताया। देवी शरण ने वेब शो में मेकर्स द्वारा की गई दो गलतियों को गिनाया है। उन्होंने कहा कि मेकर्स ने आतंकियों के नाम के अलावा दो और घटनाओं को बदला है। देवी शरण ने पहली गलती को गिनाते हुए कहा कि सीरीज में दिखाया गया है कि विदेश मंत्री जसवंत सिंह उन्हें सलामी देते हैं लेकिन, असल में उन्होंने बस इशारे में पायलट के प्रयासों की सराहना की थी।
दूसरी गलती- पाइपलाइन वाला सीन
आपने अगर वेब सीरीज ‘आईसी 814’ देखी हो तो हाइजैक के बाद एक सीन आता है जब फ्लाइट का टॉयलेट जाम हो जाता है। इसकी पाइपलाइन को ठीक करने के लिए पायलट बने विजय वर्मा खुद विमान के होल्ड में जाते हैं और उसे ठीक करते हैं। अब इस सीन को ही देवी शरण ने मेकर्स की दूसरी गलती बताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद पाइपलाइन को ठीक नहीं किया था। रियल पायलट ने बताया कि तालिबान अधिकारियों ने एक कर्मचारी को भेजा था और वो उस कर्मचारी को अपने साथ विमान के होल्ड में लेकर गए थे क्योंकि उसे इसकी जानकारी नहीं थी। लेकिन, सीरीज में दिखाया गया है कि पायलट ने खुद इस पाइपलाइन को ठीक किया था।
विवादों के बाद सीरीज में किया गया बदलाव
वेब सीरीज में आतंकियों के नामों को लेकर बढ़ते विवादों को देखते हुए नेटफ्लिक्स कंटेंट की वाइस प्रेसिडेंट Monika Shergill की ओर से ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया गया है। उन्होंने कहा, ‘उनका उद्देश्य केवल 1999 के कंधार हाइजैक के बारे में बताना था, जिसके बारे में लोग नहीं जानते हैं। अब इसका ओपनिंग डिस्क्लेमर चेंज कर दिया गया है, जिसमें हाइजैकर्स के असली और कोड नेम को अपडेट किया गया है और सीरीज में भी उनके नाम को बदल दिया गया है। इसमें उन्हें उनके वही कोड नेम दे दिए गए हैं, जो उन्होंने घटना के दौरान इस्तेमाल किया था।’
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