...ऐसा होता तो मैं सचिन तेंदुलकर से भी बड़ा स्टार होता, सैफ अली खान ने कही ये बड़ी बात

Update: 2022-08-16 01:40 GMT

सैफ अली खान (Saif Ali Khan) को इस समय बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन एक्टर्स में से एक माना जाता है. अपनी शुरूआती फिल्मों में एक रोमांटिक हीरो के तौर पर नजर आने वाले सैफ ने विशाल भारद्वाज की 'ओमकारा' में जब लंगड़ा त्यागी का किरदार निभाया, तो लोगों को अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ. इसके बाद से सैफ को 'दिल चाहता है' 'हम तुम' 'सेक्रेड गेम्स' 'लाल कप्तान' और 'तानाजी' जैसी फिल्मों में देखकर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते.

सैफ उन एक्टर्स में से हैं जिनका एक्टिंग टैलेंट थोड़ा लेट पहचाना गया. मगर अब इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं बची है और हर कोई उन्हें एक दमदार एक्टर मानता है, चाहे क्रिटिक्स हों या दर्शक. सैफ के बारे में बात करते हुए लोग अक्सर ये कहते हैं कि उनकी मां शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) भी बहुत सॉलिड एक्ट्रेस हैं. अपनी जवानी के दिनों में उन्होंने 'आराधना' 'अमर प्रेम' और 'चुपके चुपके' जैसी कितनी ही आइकॉनिक फिल्मों में काम किया है.

लेकिन जहां सैफ की मां बेहतरीन एक्ट्रेस थीं, वहीं उनके पिता मंसूर अली खान पटौदी (Mansoor Ali Khan Pataudi) को क्रिकेट के लेजेंड्स में गिना जाता है. लेकिन नवाब फैमिली का क्रिकेट कनेक्शन यहीं तक सीमित नहीं है. सैफ के दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी भी भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रह चुके थे. ऐसे में सैफ का अपनी पिछली दो पीढ़ियों की तरह क्रिकेटर न होकर, एक्टिंग में आना शुरू में लोगों को बहुत सरप्राइजिंग लगता था. आखिर क्या वजह थी कि पटौदी के छोटे नवाब सैफ ने क्रिकेट की जगह एक्टिंग को चुना?

इस बारे में सैफ ने एक पुराने इंटरव्यू में खुलकर बात की थी. सैफ ने कहा, 'क्योंकि मुझे लगा कि मैं अपने अब्बा की तरह नहीं खेल सकता हूं. जब मैं 6 साल का था तब मुझे ये पता चल गया था. ' इससे जोड़कर जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें यह लगता है कि वो अपनी मां जितने बेहतर एक्टर बन पाएंगे?

इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'हां, मुझे लगता है कि आखिरकार मैं उनके जितना अच्छा (एक्टर) होना चाहूंगा. मुझे लगता है मैं ये कर सकता हूं. हां, वो बहुत कामयाब भी थीं. लेकिन मुझे ये लगता कि एक्टिंग तो मैं कर लेता हूं. लेकिन मुझे पता था कि क्रिकेट नहीं खेल सकता.'

सैफ ने हंसते हुए आगे कहा, '11 ही लोग खेल सकते हैं पूरे देश में. लेकिन अगर मैं खेल सकता था तो ये बहुत अच्छी बात होती' सैफ ने समझाया कि ऐसा क्यों है. 'मैं दिल से बड़ा रोमांटिक हूं. मैं तो सचिन तेंदुलकर से भी बड़ा स्टार होता. तीसरी पीढ़ी. सोचिए, दादा जी कैप्टन, पिता कैप्टन, बेटा कैप्टन... सैफ अली खान, कैप्टन ऑफ इंडिया.'

जब कहा गया कि शायद उन्हें किसी फिल्म में क्रिकेट खेलने का मौका मिले. सैफ ने हंसते हुए इस बात की तरफ इशारा किया कि वो क्रिकेट में कितने खराब थे. उन्होंने कहा, 'हां, लेकिन उस फिल्म में मैं तो नहीं काम कर पाऊंगा.' सैफ के फैन्स तो यही कहेंगे कि अच्छा है वो क्रिकेटर नहीं बने वरना बॉलीवुड को एक दमदार एक्टर नहीं मिलता. उनकी आने वाली फिल्मों की बात करें तो वो अब प्रभास और कृति सेनन के साथ 'आदिपुरुष' में नजर आएंगे. ये फिल्म रामायण पर आधारित है और सैफ इसमें रावण का रोल कर रहे हैं.


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