एनडी स्टूडियो में लगी भीषण आग से Hrithik Roshan-Aishwarya Rai की फ़िल्म जोधा-अकबर का सेट जलकर हुआ ख़ाक
मुंबई के नज़दीक करजत में स्थित एनडी स्टूडियो में आग लगने से जोधा-अकबर फ़िल्म के आइकॉनिक सेट का बड़ा हिस्सा जलकर ख़ाक हो गया। बता दें, एनडी स्टूडियो में लगे सेट्स पर हिंदी सिनेमा की कई चर्चित फ़िल्मों की शूटिंग हुई है।
एनडी स्टूडियो का निर्माण हिंदी सिनेमा के जाने-माने आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई ने किया है। यह महाराष्ट्र के रायगढ़ ज़िले में खालापुर के पास स्थित है। पुलिस अधिकारियों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि स्टूडियो में लगभग 12 बजे के आस-पास भीषण आग लगी थी। हालांकि, आग में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं आयी है। आग जोधा-अकबर के सेट पर ही लगी थी।आग में प्लाईवुड, पीओपी और दूसरा सामान जलकर ख़ाक हो गया है। आग को काबू में पाने के लिए आस-पास से कई फायर ब्रिगेड गाड़ियों को बुलया गया था। आग लगने के पीछे सही वजह का पता नहीं चल सका है।
यह फ़िल्म 2008 में रिलीज़ हुई थी। आशुतोष गोवारिकर निर्देशित फ़िल्म में ऋतिक रोशन ने सम्राट अकबर और ऐश्वर्या राय बच्चन ने जोधाबाई का किरदार निभाया था। फ़िल्म की शूटिंग पूरी होने के बाद भी इस सेट को ऐसे ही रहने दिया गया था।
ऐसे पड़ी एनडी स्टूडियो की बुनियाद
नितिन देसाई ने करजत स्थित अपने स्टूडियो की नींव 2005 में रखी थी। लगभग 50 एकड़ में फैले इस विशाल स्टूडियो में ऐतिहासिक और पीरियड फ़िल्मों के लिए मुकम्मल सेट निर्माण के लिए जगह उपलब्ध है। आशुतोष गोवारिकर की फ़िल्म पानीपत की शूटिंग के दौरान जागरण डॉट कॉम से हुई बातचीत में नितिन देसाई ने स्टूडियो निर्माण के पीछे की कहानी बतायी थी।
नितिन ने बताया था- मशहूर हॉलीवुड निर्देशक ओलिवर स्टोन 650 करोड़ के बजट से अलेक्ज़ेंडर द ग्रेट फ़िल्म बना रहे थे, जिसकी शूटिंग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की जानी थी। उन्हें (ओलिवर स्टोन) आगरा, उदयपुर, पंचगनी की लोकेशंस दिखाकर काम करना शुरू कर दिया। फ्लोर्स दिखाने के लिए जब चित्रनगरी (फ़िल्मसिटी) लेकर गया तो वो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब से नहीं थे। टैलेंट होने के बावजूद फ़िल्म मोरक्को चली गयी।
नितिन आगे कहते हैं, ''मुझे बतौर आर्टिस्ट बहुत धक्का लगा कि मुझे अपने देश में ही कुछ करना है और फिर स्टेट ऑफ़ आर्ट स्टूडियो बनाने की परिकल्पना की।'' इस स्टूडियो में उन्होंने आगरा फोर्ट बनाया, जिसमें जोधा अकबर की शूटिंग हुई। झांसी की रानी हों या छत्रपति शिवाजी महाराज, नितिन देसाई ने सभी के लिए काम किया है।