फिल्मों में अक्सर आपने डायलॉग सुने होंगे कि अगर कोई लड़की ना कह दे तो उसका मतलब हां होता है. हालांकि फिल्म सत्यप्रेम की कथा में एक खास मैसेज दिया गया है कि अगर कोई लड़की ना कह दे तो उसका मतलब ना ही होता है. फिल्म बताती है कि रेप किसी लड़की के छोटे कपड़े पहनने से नहीं होता बल्कि दूसरों की घटिया सोच की वजह से होता है. कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) और कियारा आडवाणी (Kiara Advani) स्टारर फिल्म सत्यप्रेम की कथा की रेटिंग और रिव्यू चलिए आपको बताते हैं.
कितना है फिल्म सत्यप्रेम की कथा की रेटिंग (Satyaprem Ki Katha IMDb Rating)
29 जून को फिल्म सत्यप्रेम की कथा रिलीज कर दी गई है. काफी समय से इस फिल्म के चर्चे थे और लोगों को फिल्म का इंतजार भी था. फिल्म सत्यप्रेम की कथा में कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी मुख्य रोल में हैं बाकी फिल्म में कई सितारे और हैं जो फिल्म के लिए अहम किरदार में नजर आए हैं. अगर आप आईएमडीबी रेटिंग देखने के बाद कोई फिल्म देखने जाते हैं तो यहां आपको उसके बारे में बताते हैं. फिल्म सत्यप्रेम की कथा के लिए आईएमडीबी रेटिंग (Satyaprem Ki Katha Rating) 10 में से 8.2 दी गई है. फिल्म को अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं. वहीं फिल्म की कहानी को पब्लिक रिव्यू भी अच्छा मिल रहा है. फिल्मी ट्रेड एनालिस्ट के मुताबिक, फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स मिल सकता है और फिल्म अच्छा कारोबार भी कर सकती है.
क्या है फिल्म सत्यप्रेम की कथा की कहानी? (Satyaprem Ki Katha Story in Hindi)
फिल्म सत्यप्रेम की कथा में एक खूबसूरत प्रेम कहानी दिखाई गई है. फिल्म में सत्तू यानी सत्यप्रेम (कार्तिक आर्यन) एक ऐसा इंसान है जो लॉ में फेल हो चुका है. उसके घरवाले उसकी शादी करवाना चाहते हैं. वहीं कथा (कियारा आडवाणी) एक अमीर परिवार की लड़की होती है. उसका बॉयफ्रेंड उसे धोखा दे देता है और सत्तू को कथा से प्यार हो जाता है. कथा की मर्जी के बिना परिवार वाले उसकी शादी करवा देते हैं. बाद में फिल्म में एक ऐसे राज का खुलासा होता है कि दोनों की जिंदगियां हिल जाती हैं. फिल्म में रेप की कहानी भी है लेकिन ये कैसा मोड़ लेती है और फिल्म में क्या-क्या होता है इसके बारे में आपको फिल्म देखकर ही पता चलेगा.