बॉलीवुड के मशहूर सिंगर बप्पी लहरी का अंतिम संस्कार आज सुबह (17 फरवरी) होने वाला है। कल उनके परिवार की ओर से अंतिम संस्कार (Bappi Da Last Rites) को लेकर स्टेटमेंट जारी किया गया है कि बप्पी दा के बेटे यूएस में हैं और उनके आते ही अंतिम संस्कार की रस्में शुरू की जाएंगी। वहीं दूसरी ओर बप्पी लहरी की बेटी रेमा की हालत खराब हो चुकी है। पिता के निधन से रेमा पूरी तरह से टूट गई हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक बप्पी लहरी का इलाज पिछले 1 महीने से चल रहा था लेकिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल चुकी थी। वह स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से वह जूझ रहे थे। बीते मंगलवार को उनकी हालत नाजुक होते ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अस्पताल में ही इलाज के दौरान बप्पी दा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। बप्पी लहरी का निधन OSA (Obstructive Sleep Apnea) नाम की बीमारी के चलते हुआ है। अजय देवगन, अक्षय कुमार और अनुपम खेर समेत बॉलीवुड के तमाम सितारों ने बप्पी लहरी के निधन पर शोक जताया है। कल दिन में अलका याग्निक, अनुराधा पौडवाल, काजोल समेत कई लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए घर पहुंचे थे। बता दें कि कुछ घंटे पहले ही बप्पी लहरी के बेटे बप्पा पूरे परिवार के साथ मुंबई वापस आ गए हैं।
1985 में फिल्म 'शराबी' के लिए जीता फिल्मफेयर अवॉर्ड
बप्पी दा ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे. इन फिल्मों में 'चलते-चलते', 'डिस्को डांसर' और 'शराबी' शामिल हैं. बप्पी दा ने भारत में 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने में अहम भुमिका अदा की थी. बप्पी दा ने साल 1985 में फिल्म 'शराबी' के लिए बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था. वहीं बताया जा रहा है कि बॉलीवुड में उनका आखिरी गाना 2020 में आई फिल्म 'बागी' का 'भंकस' था.
बेहद पसंद था सोने के गहने पहनना
बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था. गले में सोने की मोटी-मोटी चेन और हाथ में बड़ी-बड़ी अंगूठियां समेत सोने के ढेर सारे गहने पहनना उनकी पहचान थी. बप्पी लहिरी को बॉलीवुड का पहला रॉक स्टार सिंगर भी कहा जाता है. बप्पी दा का जन्म 17 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था. बप्पी लहिरी के दो संतान हैं.
लाहिरी जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं- अशोक पंडित
बप्पी लहिरी के निधन पर फिल्म मेकर अशोक पंडित ने ट्वीट किया है, ''रॉकस्टार बप्पी लाहिरी जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा पड़ोसी अब नहीं रहा. आपका संगीत हमेशा हमारे दिलों में रहेगा.''
संगीत जगत को एक के बाद एक बड़े झटके
बता दें कि इस महीने संगीत जगत को एक के बाद एक बड़े झटके लगे हैं. बप्पी लहिरी से पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था.