बांग्लादेश रोहिंग्या मुस्लिमों से परेशान, PM शेख हसीना का छलका दर्द

वह अपने वतन वापस जाना चाहते हैं। उनकी मांग है कि उन्हें म्यांमार में सुरक्षित वापस जाने का मौका मिले।

Update: 2022-06-21 08:56 GMT

ढाका: रोहिंग्या मुस्लिमों को शरण देने वाला बांग्लादेश अब खुद उनसे परेशान होने लगा है। रोहिंग्या मुस्लिमों के कारण बांग्लादेश में समस्या देखने को मिल रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना भी इस बात को स्वीकार कर रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि रोहिंग्या बांग्लादेश में सामाजिक समस्याओं को पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से कई ड्रग तस्करी और महिलाओं की तस्करी में भी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को बांग्लादेश में कनाडा की नवनियुक्त उच्चायुक्त लिली निकोल्स से मुलाकात के दौरान ये बातें कहीं। दोनों की मीटिंग को लेकर प्रधानमंत्री के मीडिया सचिव एहसानुल करीम ने जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने उच्चायुक्त से कहा कि 11 लाख से ज्यादा रोहिंग्या लंबे समय से समस्या पैदा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पूछा कि बांग्लादेश इतनी बड़ा बोझ कैसे झेल सकता है।
रोहिग्याओं के लिए बनाया गया अस्थाई द्वीप
पीएम शेख हसानी ने जानकारी दी कि बांग्लादेश ने 1 लाख रोहिंग्याओं को बेहतर सुविधा और आश्रय देने के लिए भाषण चार द्वीप पर अस्थाई आश्रय बनाया है। शेख हसीना को जवाब देते हुए उच्चायुक्त ने कहा कि कनाडा इस मुद्दे पर बांग्लादेश का हमेशा समर्थन करेगा। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि उनका देश रोहिंग्याओं के लिए दान के माध्य से धन इकट्ठा करने के लिए एक अतिरिक्त कोष बना रहा है।
50वीं वर्षगांठ की दी शुभकामनाएं
कनाडा और बांग्लादेश के राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर वह बांग्लादेश पहुंची हैं। यहां उन्होंने बांग्लादेश को उसकी आजादी की 50वीं वर्षगांठ मनाने को लेकर शुभकामनाएं दीं। बता दें कि रोहिंग्या रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले लोग लगातार प्रदर्शन करते रहते हैं। प्रदर्शनकारियों की बड़ी मांग हमेशा से ये रही है कि वह अपने वतन वापस जाना चाहते हैं। उनकी मांग है कि उन्हें म्यांमार में सुरक्षित वापस जाने का मौका मिले।

Tags:    

Similar News

-->