मुंबई : सुपरस्टार सैफ अली खान और तब्बू की फिल्म‘जवानी जानेमन’ से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री अलाया एफ अब 10 मई को प्रदर्शित हो रही ‘श्रीकांत’ में नजर आएंगी। इस फिल्म व करियर के सफर पर अलाया ने साझा किए अपने जज्बात साझा किए है।
इस फिल्म से क्या उम्मीदें हैं
बतौर कलाकार सबसे अच्छा यही रहता है कि कोई भी उम्मीद न रखो। उम्मीदों के साथ डर, तनाव और थोड़ी उत्सुकता भी आती है। हालांकि, मैं कोशिश करूं या न करूं, उम्मीदें तो अपने आप आ जाती हैं। यही उम्मीद है कि लोगों को फिल्म पसंद आए। श्रीकांत बोला जी की कहानी बहुत प्रेरक है। अगर मुझे यह पता नहीं होता कि यह वास्तविक व्यक्ति की कहानी है, तो शायद मैं यह फिल्म करती ही नहीं।
वीरा स्वाति की भूमिका में ढलने की क्या तैयारियां रही?
श्री की जिंदगी में स्वाति एक सपोर्ट सिस्टम हैं। जब श्री कुछ गलत कर रहे होते हैं तो वह उन्हें सीधे-सीधे बता देती हैं। इस फिल्म के निर्देशक तुषार हीरानंदानी से मिलने के बाद मैंने उनसे कह दिया था कि मुझे फर्क नहीं पड़ता कि यह भूमिका कितनी बड़ी या छोटी है। मुझे बस इस कहानी का हिस्सा बनना है। शूट करने से पहले मैं स्वाति से मिली भी थी। हम दोनों में काफी समानताएं हैं। मैंने इस फिल्म में बस उनके व्यक्तित्व की झलक लाने की कोशिश की है।
वह क्या मौका रहा है, जब लोगों ने आपको बेचारी समझा
जब मैंने एक्टर बनने का निर्णय लिया था, तब मैं बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। मुझे जाननेवाले लोगों को कभी नहीं लगा था कि मैं अच्छी एक्टर बन सकती हूं। जब मैं आडिशन से पहली फिल्म पाने की कोशिश में थी, उस दौरान लोग मुझे बेचारी की नजरों से देखते थे। उनकी बातों में मुझे भरोसा कम उपहास ज्यादा नजर आता था। पहली फिल्म प्रदर्शित होने के बाद मुझे अपनी परफार्मेंस के लिए बहुत सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं। उसके बाद मुझे किसी ने बेचारी नहीं समझा।
फिल्मी बैकग्राउंड को लेकर बोलीं आलया एफ
लोगों को जो सोचना है, वो तो सोचेंगे ही। मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि मैं अपने बारे में क्या सोचती हूं। मैंने करियर की शुरुआत से ही तय कर लिया था कि मुझे अपना सफर अपने बल पर तय करना है। मम्मी या नाना, किसी ने कभी किसी को फोन करके यह नहीं कहा कि अलाया के लिए फिल्म बनाओ। ‘जवानी जानेमन’ मिलने से पहले मैं डेढ़ साल तक आडिशन की प्रक्रिया से गुजरी। मम्मी तो आजतक मेरी किसी भी फिल्म के सेट पर नहीं आई हैं।
इंडस्ट्री की कार्यशैली को देखते हुए अब काम को लेकर क्या प्राथमिकताएं हैं?
आलया एफ ने आगे बताया- मेरे लिए प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, कहानी और सह-कलाकार सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। इनमें से अगर कोई भी दो चीजें मेरी पसंद की होती हैं, तो मैं कर लेती हूं। इसके अलावा प्राथमिकताएं इस पर भी निर्भर करती हैं कि मैं करियर के किस पड़ाव पर हूं।