विराट कोहली के बाद कौन? क्या किसी करिश्माई कप्तान की खोज में है बीसीसीआई?

महान से महान खिलाड़ियों के करियर में भी कभी ऐसा वक्त भी आता है जब वह टीम की कप्तानी जैसी प्रतिष्ठित जिम्मेदारी का निर्वहन ना करते हुए

Update: 2021-09-17 15:34 GMT

नवीन श्रीवास्तव। महान से महान खिलाड़ियों के करियर में भी कभी ऐसा वक्त भी आता है जब वह टीम की कप्तानी जैसी प्रतिष्ठित जिम्मेदारी का निर्वहन ना करते हुए सिर्फ बतौर एक खिलाड़ी के रूप में टीम से जुड़कर अपने देश के लिए अपना सौ फीसदी योगदान देना चाहता है. ऐसा ही चौंकाने वाला निर्णय लिया है भारत के सफलतम कप्तानों में से एक विराट कोहली ने. विराट ने जब ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी कि टी20 विश्व कप के बाद वे भारतीय टी20 टीम की कप्तानी छोड़ देंगे, तो यह खबर समूचे क्रिकेट जगत में सुर्खियां बनकर छा गईं.

इस विषय पर क्रिकेट पंडितो-विशेषज्ञों के बीच चर्चाओं व कयासों का दौर जारी है. खास बात यह है कि विराट कोहली ने ट्विटर पर यह घोषणा तब की है जब टी20 विश्व कप में केवल एक माह का ही समय बचा है. विराट कोहली वनडे और टेस्ट क्रिकेट में टीम की कप्तानी जारी रखेंगे. जब टी20 विश्व कप के बाद विराट कोहली इस फाॅर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे तो ऐसे में यह देखना होगा कि क्या चयनकर्ता जब संभव हो कोहली को टी20 इंटरनेशनल से आराम देने पर विचार करेंगे.
कोहली के साफ कहने पर भी कुहासा
वैसे कोहली ने यह साफ कर दिया है कि वे टी20 में कप्तानी क्यों छोड़ रहे हैं. कोहली ने कहा कि पिछले 8-9 साल से तीनों फॉर्मेट में खेलते हुए और 5-6 वर्षों से कप्तानी करते हुए मेरा वर्कलोड काफी रहा है. मुझे लगता है कि मुझे खुद को टेस्ट और वनडे में टीम की कप्तानी के लिए पूरी तरह तैयार रखने की जरूरत है. मैंने टी20 कप्तान रहते हुए टीम को सबकुछ दिया और एक बल्लेबाज के तौर पर आगे भी ऐसा करता रहूंगा. निसंदेह यह फैसला करते हुए काफी समय लगा. मेरे करीबी लोगों, कोच रवि शास्त्री और रोहित के साथ काफी बातचीत के बाद मैंने टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है.
सवाल पर सवाल-सवाल पर सवाल
इस सब के बावजूद कोहली ने यह फैसला क्यों लिया? इसके पीछे क्या कारण है? कोहली के बाद इस फाॅर्मेट में कौन होगा टीम इंडिया का कप्तान? प्रबल दावेदार रोहित या सामने आएगा कोई नया और चौंकाने वाला नाम? क्या किसी करिश्माई कप्तान की खोज है? ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं. सवाल उठना स्वाभाविक भी है. इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि शायद चयनकर्ताओं को किसी करिश्माई कप्तान की तलाश हो और कोहली को यह संकेत मिले हों कि अब वे टीम में बतौर एक खिलाड़ी ही अपने प्रदर्शन पर ध्यान दें. वैसे कोहली भी पिछले कुछ समय से अपने प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं नजर आते. 2019 के बाद से वे शतक नहीं बना सके हैं. ऐसे में यह कयास लगाया जा सकता है कि टी20 की कप्तानी छोड़ने का एक कारण यह भी हो सकता है. कोहली को भी इस बात का अहसास है कि उन पर दबाव बढ़ता जा रहा है.
टी20 की कप्तानी में विराट पर भारी रोहित
अगर टी 20 फाॅर्मेट में विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी पर गौर करें तो रोहित अधिक सफल कप्तान साबित हुए हैं. कोहली की टीम इंडिया की कप्तानी में जीत का प्रतिशत 65.11 फीसदी है जबकि रोहित शर्मा का कप्तानी में जीत का प्रतिशत 78.94 रहा है. विराट कोहली ने 2017 में महेंद्र सिंह धोनी के बाद भारतीय टी20 टीम की कमान संभाली थी. कोहली ने अब तक 45 टी20 मैचों की कप्तानी की है, जिसमें से 27 में जीत मिली तो 14 हार, 2 मैच टाई रहे तो 2 मैचों में कोई परिणाम नहीं निकला. रोहित शर्मा ने अब तक 19 टी20 मैचों में भारतीय टीम का नेतृत्व किया है, जिसमें से 15 मैचों में टीम को विजय मिली है और केवल 4 में हार.
रोहित हैं प्रबल दावेदार
कोहली के बाद रोहित शर्मा को कप्तानी का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. अगर रिकाॅर्ड पर गौर करें तो भी इस कसौटी पर रोहित खरे उतरते हैं. रोहित की कप्तानी का आईपीएल में भी शानदार रिकॉर्ड रहा है और उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस पांच बार चैंपियन बन चुकी है. आईपीएल के अलावा उनकी कप्तानी में भारत ने श्रीलंका में तीन देशों के निदाहास ट्रॉफी के साथ ही एशिया कप 2018 भी जीता है.
IPL में नहीं जीत पाए ट्रॉफी
दूसरी ओर विराट कोहली अब तक आईपीएल में अपनी कप्तानी की सफलता का परचम नहीं लहरा सके हैं और इसका उन पर दबाब भी है. आज उनके नेतृत्व में टीम आईपीएल नहीं जीता सकी हैं. उन्होंने 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर की कप्तानी का दायित्व संभाला था. उनकी कप्तानी में टीम अब तब सिर्फ एक बार 2016 में फाइनल में स्थान बनाने में कामयाब हुई है. इसके अलावा अलावा विराट कोहली की कप्तानी में टीम कभी खिताबी मुकाबले में नजर नहीं आई. बल्कि कई बार तो आरसीबी प्लेऑफ तक नहीं खेल पाई.
कोई भी आईसीसी इवेंट न जीत पाने से दबावअंतरराष्ट्रीय स्तर पर विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने अब तक कोई भी आईसीसी इवेंट नहीं जीता है. जबकि उन्होंने तीन आईसीसी इवेंट में भारतीय टीम का नेतृत्व किया है. जिसमें 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, 2019 वनडे वर्ल्ड कप और 2021 टेस्ट चैंपियनशिप शामिल है. चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में भारत को पाकिस्तान ने पराजित किया. 2019 के वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल मैच में बाजी मारी और जून 2021 में न्यूजीलैंड ने एक बार फिर भारत के टेस्ट चैंपियनशिप जीतने के अरमानों पर पानी फेर दिया. भारत ने अंतिम बार बार 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में आईसीसी ट्रॉफी जीती थी. फिलहाल 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में आयोजित होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप में विराट कोहली के पास अंतिम मौका होगा कि वे अपनी कप्तानी में एक बार फिर से टीम इंडिया को विश्व विजेता बना दें. टीम इंडिया के खिलाड़ी भी अपने कप्तान को यह ऐतिहासिक व स्वर्णिम तोहफा देने में जी जान लगा देंगे.
बतौर बल्लेबाज कोहली का कोई सानी नहीं
यूं तो टी20 क्रिकेट में भी एक बल्लेबाज के रूप में कोहली का कोई सानी नहीं. इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट में विराट कोहली सबसे अधिक रन बनाने के साथ ही सबसे अधिक अर्द्धशतक भी बनाने वाले बल्लेबाज हैं. कोहली ने अब तक 90 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 52.65 की औसत से 3159 रन बनाए हैं. जिसमें 28 अर्द्धशतक शामिल हैं. बतौर कप्तान अगर कोहली के रिकॉर्ड की बात करें तो उनका प्रदर्शन थोड़ा प्रभावित हुआ है. कप्तान के तौर पर कोहली ने 45 टी20 मैचों में 48.45 की औसत से 1502 रन बनाए हैं, जिसमें 28 अर्द्धशतक बनाए हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 143.18 की रही है. 2017 के बाद से कोहली ने टी20 में सर्वाधिक रन बनाने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं तो भारतीय टीम के सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं. इस दौरान रोहित शर्मा ने 33.33 की औसत और 148.95 की स्ट्राइक रेट से 1500 रन बनाए हैं.
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं है)


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