बदलते कमिश्नरों के बीच दिल्ली पुलिस को कब मिलेगा एक स्थाई बॉस?
अब से करीब 43 साल पहले 1 जुलाई सन् 1978 में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में रिवाज बदलने की परिपाटी शुरू हुई थी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | संजीव चौहान| अब से करीब 43 साल पहले 1 जुलाई सन् 1978 में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में रिवाज बदलने की परिपाटी शुरू हुई थी. तब आईजी पुलिस सिस्टम खत्म करके यहां पुलिस कमिश्नर सिस्टम (Police Commissioner System) लागू किया गया था. उसके बाद दिल्ली में पुलिस फोर्स बढ़ती गई, आबादी के अनुपात मे थाने चौकी, दिल्ली में पुलिस के जिले रेंज भी और कई आंतरिक विभाग़ बढ़ते गये. मगर पुरानी परिपाटी इन 43 साल में कभी नहीं टूटी. ना ही कोई नया रिवाज महकमे पर थोपा गया. 1980-90 के दशक में या उससे कुछ पहले अगर कहीं किसी नये रिवाज की शुरूआत हुई तो वो थी दिल्ली पुलिस का मुखिया दिल्ली से बाहर यानि महाराष्ट्र कैडर के अफसर को लाकर बना दिया जाना. उसके बाद अगर विभाग या हुकूमत ने कहीं कोई नया दस्तूर अथवा रिवाज दिल्ली पुलिस को दिया तो वो था किसी बाहरी यानि भारतीय सूचना विभाग के अफसर को दिल्ली पुलिस में लाकर प्रवक्ता बनाना. अब दिल्ली पुलिस में एक नई परिपाटी कहिये या फिर रिवाज की शुरूआत पड़ती दिखाई देने लगी है.