जल गुणवत्ता एवं संरक्षण अभियान जरूरी

गौरतलब है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत जल शक्ति विभाग द्वारा प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं के ग्रुप बनाए जा रहे हैं

Update: 2022-01-04 19:09 GMT

कंचन शर्मा

लेखिका शिमला से हैं
गौरतलब है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत जल शक्ति विभाग द्वारा प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं के ग्रुप बनाए जा रहे हैं जिन्हें फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से जल गुणवत्ता परीक्षण सिखाने के साथ उन्हें जल संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण व प्राकृतिक स्रोतों के संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। अभी तक सभी पंचायतों में फील्ड टेस्ट किट वितरित किए जा चुके हैं व इसके अलावा हर गांव में सभी पांच महिलाओं के ग्रुप को फील्ड टेस्ट किट वितरित किए जा रहे हैं। प्रदेश की 31558 महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जो महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ उनकी जल गुणवत्ता के प्रति भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ उनको परिवार के स्वास्थ्य के प्रति सजग भी कर रहा है…
सर्वविदित है कि हमारा देश इस वर्ष स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इस वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है जिसके तहत देश भर में भिन्न-भिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। अमृत महोत्सव की इस कड़ी के साथ हिमाचल प्रदेश राज्यत्व दिवस के 50 वर्ष पूर्ण होने पर पूर्ण राज्यत्व की स्वर्णिम जयंती भी मना रहा है। इसी उपलक्ष्य में प्रदेश में सभी विभागों द्वारा भिन्न-भिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। कार्यक्रमों की इस श्रृंखला में प्रदेश का जल शक्ति विभाग भी उत्साह के साथ, जनसहभागिता लिए बहुत सारे कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसमें मुख्यत: गत वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अंतर्गत सिराज में माननीय मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में राज्य स्तरीय उत्सव किया गया जिसमें माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जल बिल भुगतान स्वर्ण जयंती ऐप लांच किया गया। हर मंडल द्वारा स्वर्ण जयंती पर वर्षा जल संग्रहण व जल संरक्षण हेतु स्ट्रक्चर बनाने के निर्देशों के साथ चिन्हित गांवों में पांच महिलाओं के ग्रुप को फील्ड टेस्ट किट वितरित किए गए और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री जी का जल गुणवत्ता, जल संरक्षण को लेकर संवाद किया गया। गौरतलब है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत जल शक्ति विभाग द्वारा प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं के ग्रुप बनाए जा रहे हैं जिन्हें फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से जल गुणवत्ता परीक्षण सिखाने के साथ उन्हें जल संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण व प्राकृतिक स्रोतों के संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। अभी तक सभी पंचायतों में फील्ड टेस्ट किट वितरित किए जा चुके हैं व इसके अलावा हर गांव में सभी पांच महिलाओं के ग्रुप को फील्ड टेस्ट किट वितरित किए जा रहे हैं। प्रदेश की 31558 महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जो महिलाओं के आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ उनकी जल गुणवत्ता के प्रति भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ उनको परिवार के स्वास्थ्य के प्रति सजग भी कर रहा है।
इस तरह आने वाले समय में महिलाएं अपने घर पर नल से जल की गुणवत्ता के साथ गांव के प्राकृतिक स्रोतों के जल का भी परीक्षण कर सकेंगी जो जल गुणवत्ता की प्रामाणिकता की दिशा में बहुत बड़ी मुहिम है। इसी तर्ज पर जून माह में विभाग द्वारा एक बहुत बड़ा जन अभियान चलाया गया जिसमें राज्य के हर गांव से कम से कम एक जल नमूने का विभागीय प्रयोगशालाओं में भौतिक, रासायनिक व दो जीवाणु जल शुद्धता परीक्षण व साथ में फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से हर स्कूल व आंगनवाड़ी में जल शुद्धता परीक्षण, सभी परीक्षणों की डाटा एंट्री व हर गांव से जल स्रोतों का निरीक्षण करवाया गया। इसी तर्ज पर अक्तूबर माह में जन सहभागिता के साथ जल शक्ति विभाग द्वारा पेयजल योजनाओं के टैंकों की सफाई के साथ-साथ जल नमूनों का बड़े पैमानों पर विभागीय प्रयोगशालाओं व फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से परीक्षण करवाया गया। इस अभियान के तहत 22911 स्वच्छता सर्वेक्षण भी करवाए गए। बताना चाहूंगी कि जल शक्ति विभाग द्वारा 14 जिला स्तरीय व 42 उपमंडल स्तरीय जल परीक्षण जांच प्रयोगशालाएं खोली जा रही हैं। प्रयोगशालाओं में जांच के स्तर को राष्ट्रीय मानकों के आधार पर 'नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टैस्टिंग एंड कैलिब्रेशनन लेबोरेटरीज' द्वारा प्रामाणिकता होना आवश्यक होता है। खुशी का विषय है कि विभाग की 37 प्रयोगशालाओं को प्रामाणिकता मिल चुकी है और शेष प्रयोगशालाओं की प्रक्रिया चल रही है। बड़ी बात है कि धर्मपुर के सिद्धपुर में राज्य स्तरीय प्रयोगशाला खोली जा रही है जिसमें जल नमूनों के राष्ट्रीय ब्यूरो मानक के हिसाब से सभी भौतिक, रासायनिक व जीवाणु परीक्षण किए जाएंगे जो राज्य में जल शुद्धता परीक्षण के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
बताना चाहूंगी कि इन प्रयोगशालाओं में अभी तक 371080 जल नमूनों की जांच की गई जिसमें कोई भी जल नमूना दूषित नहीं पाया गया। जल नमूने परीक्षण व राज्यत्व स्वर्णिम जयंती के कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रदेश जल शक्ति विभाग द्वारा श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, जो कि 25 दिसंबर को मनाई जाती है, इस उपलक्ष्य में जल शक्ति विभाग हिमाचल द्वारा 25 दिसंबर से 24 जनवरी तक जल स्वच्छता जन अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विभाग की प्रयोगशालाओं व फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से बड़े स्तर पर जल नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। गौरतलब है कि पूरे देश में किसी जल नमूने के परीक्षण फेल होने पर उसके दूसरी प्रयोगशाला से पुन: परीक्षण, उसके फेल होने के कारण व उसे शुद्ध करने के लिए किए गए निदान भारत सरकार द्वारा हर राज्य के जल मंडल से अपेक्षित रहते हैं। इस तरह भारत सरकार हर घर नल के साथ जल की शुद्धता पर कड़ाई से नजऱ रख रही है। मुझे यह बताते हए हर्ष हो रहा है कि भारत सरकार द्वारा किए गए जल गुणवत्ता सर्वेक्षण में उपभोक्ता स्तर पर पेयजल की मात्रा व गुणवत्ता तथा नल कार्यशीलता में पूरे देश में हमारे प्रदेश को प्रथम आंका गया है। कुछ भी हो, जल शोधन यंत्रों से टैंकों, पाइप लाइनों, घर की टंकियों तक शुद्ध जल पहुंचाना चुनौतीपूर्ण कार्य है। उस पर यह भी कि उपभोक्ता के घर के जल भंडारण टैंक, जल प्रयोग करने वाले बर्तन भी साफ हों, शुद्ध हों। यही जागरूकता लाने के साथ वर्षा जल संग्रहण, जल संरक्षण के लिए जल जीवन मिशन के तहत जल जागरूकता अभियान जारी है।
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