मतांतरण का धंधा एक बड़ी साजिश, मौलानाओं की गिरफ्तारी से हुआ पर्दाफाश, सामने आए चौकाने वाले तथ्य
छल-कपट और लोभ-लालच से मतांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के इस्लामिक दावा सेंटर के मौलानाओं से जैसी जानकारियां सामने आ रही हैं,
भूपेंद्र सिंह | छल-कपट और लोभ-लालच से मतांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के इस्लामिक दावा सेंटर के मौलानाओं से जैसी जानकारियां सामने आ रही हैं, वे न केवल चौंकाने वाली, बल्कि यह इंगित करने वाली भी हैं कि यह धंधा एक बड़ी साजिश के तहत बड़े पैमाने पर चल रहा था। भले ही कुछ उन लोगों की पहचान कर ली गई हो, जिनका मतांतरण कराया जा चुका है, लेकिन अभी यह कहना कठिन है कि इस गिरोह की जड़ें कितनी गहरी हैं और उनसे जुड़े लोग कितने लोगों का मतांतरण करा चुके हैं। इसकी अच्छी-खासी आशंका है कि जैसे नोएडा के मूक-बधिर छात्रों का मतांतरण कराया गया, वैसे ही देश के अन्य ऐसे ही विद्यालयों के छात्रों को निशाना बनाया गया हो। मूक-बधिर छात्रों के मतांतरण कराने का मकसद कुछ भी हो, इससे अधिक अमानवीय एवं अधार्मिक और कुछ नहीं हो सकता कि समाज के सबसे कमजोर तबके को कुत्सित इरादों के लिए इस्तेमाल किया जाए। सबसे खतरनाक बात यह है कि पुलिस के हाथ आए मौलानाओं का मकसद केवल मूक-बधिर छात्रों का मतांतरण कराना ही नहीं था, बल्कि उनकी सहायता से समाज और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना भी था। स्पष्ट है कि इस मतांतरण गिरोह की तह तक जाने और उसके मददगारों की पहचान करने की भी जरूरत है।