बात परीक्षा केंद्रों से आगे की
संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं के लिए शिमला के साथ-साथ मंडी व धर्मशाला में परीक्षा केंद्र खोलने की मंजूरी हासिल करके
संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं के लिए शिमला के साथ-साथ मंडी व धर्मशाला में परीक्षा केंद्र खोलने की मंजूरी हासिल करके, राज्य सरकार ने युवाओं की एक पुरानी मांग पूरी की है। परीक्षा केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी से भौगोलिक मांग ही पूरी नहीं हुई, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की क्षमता में हिमाचली युवाओं को अपना प्रदर्शन बेहतर करने की सहजता व सरलता दिखाई देगी। यह वित्तीय तौर पर भी महत्त्वाकांक्षी युवाओं के लिए एक आसान तरीका होगा कि वे हर राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं को अपने समीप दे पाएंगे और इससे व्यक्तिगत खर्च में भी कमी आएगी। हिमाचल सरकार इस दिशा में आगे बढ़ते हुए कुछ और प्रयास भी कर सकती है और यह युवा करियर उत्थान से संबोधित होगा, अगर विभिन्न प्रवेश या प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उचित प्रशिक्षण के केंद्र भी स्थापित किए जाएं। जहां तक परीक्षा केंद्रों का सवाल है तो शिमला, मंडी व धर्मशाला में इसके साथ एक स्थायी ढांचा जोड़ा जा सकता है। यानी शिमला विश्वविद्यालय, मंडी विश्वविद्यालय तथा धर्मशाला केंद्रीय विश्वविद्यालय व स्कूल शिक्षा बोर्ड ऐसे परीक्षा केंद्रों का निर्माण करें, जो साल भर प्रतियोगी परीक्षाओं के कोचिंग सेंटर के रूप में भी संचालित हों। इसी परिप्रेक्ष्य में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को हर जिला मुख्यालय के सरकारी स्कूल को अपना सहयोगी मॉडल स्कूल बनाना चाहिए।
क्रेडिट बाय दिव्याहिमाचल