Space Tourism: भविष्य में धरती से इतर अंतरिक्ष पर्यटन की संभावनाएं पकड़ रही जोर

इन दिनों अंतरिक्ष की सैर करने के लिए दो दिग्गज अरबपतियों के बीच होड़ लगी हुई है।

Update: 2021-07-08 09:35 GMT

संजय पोखरियाल| इन दिनों अंतरिक्ष की सैर करने के लिए दो दिग्गज अरबपतियों के बीच होड़ लगी हुई है। कुछ समय पहले ही अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने 20 जुलाई को ब्लू ऑरिजिन के न्यू शेपर्ड की पहली स्पेस फ्लाइट में शामिल होने का एलान किया था। अगर ऐसा होता तो इस साल अंतरिक्ष में जाने वाले बेजोस पहले अरबपति होते, लेकिन अब उन्हें एक दूसरे कारोबारी से चुनौती मिली है। एक अन्य प्राइवेट स्पेस एजेंसी वर्जनि गैलेक्टिक के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन ने बेजोस से पहले 11 जुलाई को ही स्पेसशिप-2 नामक यान से अंतरिक्ष की सैर पर जाने की घोषणा कर दी है।

रिचर्ड ब्रैनसन और जेफ बेजोस की ये उड़ानें सफल हो जाती हैं तो जल्द ही पूरी तस्वीर बदल सकती है। वैसे भी अगले साल तक वर्जनि गैलेक्टिक की अमेरिका में कॉमर्शियल स्पेस ट्रैवल की शुरुआत करने की योजना है, जिसके तहत लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराई जाएगी। जब तक परिभाषा में कोई फेरबदल नहीं होता तब तक प्रत्येक अंतरिक्ष पर्यटक को 'अंतरिक्ष यात्री' होने का रुतबा भी हासिल होगा। इस उपलब्धि को पाने के लिए दुनिया भर के रोमांच प्रिय अरबपति लाखों डॉलर खर्च करने में कोई गुरेज नहीं करेंगे। यह उन लोगों के लिए एक वैश्विक 'स्टेटस सिंबल' हासिल करने जैसा ही होगा।
ज्यादातर लोगों के लिए अंतरिक्ष की सैर सपना है। मालूम हो कि 28 अप्रैल 2001 को डेनिस टीटो को पहला अंतरिक्ष पर्यटक होने का गौरव हासिल हुआ। टीटो कोई पेशेवर अंतरिक्ष यात्री नहीं हैं। वह रूस के एक धनी व्यवसायी हैं, उन्होंने सोयुज अंतरिक्ष यान में एक सीट के लिए रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस और अमेरिकी कंपनी स्पेस एडवेंचर लिमिटेड को दो करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था। अंतरिक्ष की उनकी यात्र 10 दिनों की रही थी। हालांकि पिछले 20 वर्षो में सिर्फ सात लोगों ने ही पैसे देकर अंतरिक्ष पर्यटन का आनंद लिया है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि यह संख्या एक साल में दोगुनी हो सकती है।
जहां रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी वर्जनि गैलेक्टिक और जेफ बेजोस की स्पेस कंपनी ब्लू ऑरिजिन पर्यटकों को अंतरिक्ष के छोर तक का सफर कराना चाहती है, वहीं विलियम ई बोइंग द्वारा स्थापित कंपनी बोइंग और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स नासा के सहयोग से बनाए गए स्पेस कैप्सूलों में पर्यटकों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ले जाना चाहती है। वर्ष 2023 तक स्पेसएक्स पैसे लेकर लोगों को चांद की सैर कराना चाहती है। नासा ने भी पर्यटन के उद्देश्य से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को 2021-22 तक खोलने का निर्णय किया है। इस फैसले के पीछे की वजह यह माना जा रहा है कि स्पेस स्टेशन का रख-रखाव नासा के लिए बहुत खर्चीला साबित हो रहा है, लिहाजा वह वहां पर वाणिज्यिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना चाहती है
अंतरिक्ष नीति विश्लेषक वेंडी व्हिटमैन कोब्बे के मुताबिक वर्जनि गैलेक्टिक, ब्लू ऑरिजिन और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों की हालिया घोषणाएं एक ऐसे युग की शुरुआत हैं जिसमें ज्यादा लोग अंतरिक्ष पर्यटन का लुत्फ उठा सकते हैं। अंतरिक्ष में मानवता के भविष्य का निर्माण करने की उम्मीद में, ये कंपनियां जनसामान्य के लिए अंतरिक्ष यात्र की सुरक्षा और विश्वसनीयता दोनों को प्रदर्शित करने को इच्छुक हैं। इन कंपनियों का दावा है कि धरती की ख़ूबसूरती के आगे जहां और भी हैं। अंतरिक्ष कार्यक्रमों से जुड़ी अनेक व्यावसायिक कंपनियों को इस क्षेत्र में सिरमौर बनने और अंतरिक्ष पर्यटन पर बेहिचक काम करने के लिए निश्चित रूप से प्रोत्साहित करेगा। फिर बात चाहे पृथ्वी की निचली कक्षा में जाने की हो या अंतरिक्ष यात्रियों को क्षुद्रग्रह, चांद या फिर मंगल तक पहुंचाने की। प्राइवेट स्पेस एजेंसियां इसके लिए कमर कस रही हैं।
निष्कर्ष के तौर पर यह कहा जा सकता है कि अब अंतरिक्ष की यात्र सरकारों के कब्जे से धीरे-धीरे बाहर हो रही है और निजी कंपनियों के जरिये अंतरिक्ष में लोगों को ले जाने की घड़ी भी नजदीक आ गई है। वैसे भी नासा का स्पेस शटल प्रोग्राम 2012 में ही खत्म हो चुका है। यानी उसके सभी स्पेस शटल रिटायर हो गए हैं। ऐसे में नासा को भी अंतरिक्ष यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए निजी कंपनियों के स्पेसक्राफ्ट्स पर निर्भर रहना होगा।
एलेन मस्क का दावा है कि अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो 2025 तक स्पेसएक्स इस स्थिति में आ जाएगा कि वह एक ही साल में हजारों अमीर पर्यटकों को अंतरिक्ष की सैर करा सके और इसके बदले भारी-भरकम कमाई कर सके। अंतरिक्ष पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए कुछ कंपनियों ने अंतरिक्ष में होटल बनाने की योजनाओं पर भी काम शुरू कर दिया है। ओरायन स्पान नामक कंपनी 2022 तक अपना स्पेस होटल लॉन्च करना चाहती है और 2023 तक उसमें मेहमानों की मेजबानी का इरादा रखती है। गेटवे फाउंडेशन नामक कंपनी चांद पर 2025 तक होटल लॉन्च करना चाहती है।
बहरहाल, हम यह कह सकते हैं कि अंतरिक्ष एक बार फिर इंसान के सपनों की नई मंजिल बन गया है और निजी कंपनियों के कारण मंजिल तक दौड़ तेज होने जा रही है। अब वह दिन ज्यादा दूर नहीं जब धरती पर एक से बढ़ कर एक मनोरम स्थलों के सैर-सपाटे की बातें पुरानी हो जाएंगी और लोग अंतरिक्ष भ्रमण का आनंद उठा सकेंगे।
अंतरिक्ष में सैर करने की इंसान की चाहत बहुत पुरानी है। इसे व्यावहारिक रूप से संभव और सुगम बनाने में दुनिया की दो संबंधित दिग्गज कंपनियां जुट गई हैं।


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