पाकिस्तान के खिलाफ ठोस नीति जरूरी
कहते हैं कि पेट और पड़ोस एकदम ठीक होने चाहिएं। लेकिन अगर प्रारब्ध से ही इनमें से एक भी दुरुस्त न हो, तो जीवन दुखग्रस्त हो जाता है
कहते हैं कि पेट और पड़ोस एकदम ठीक होने चाहिएं। लेकिन अगर प्रारब्ध से ही इनमें से एक भी दुरुस्त न हो, तो जीवन दुखग्रस्त हो जाता है। दैवयोग से भारत को अच्छे पड़ोसी नसीब नहीं हुए। आज पाकिस्तान, चीन, श्रीलंका और बांग्लादेश, सभी भारत से खुश नहीं। पाकिस्तान में जेहादियों और आतंकवादियों की फक्टरियां ही समझो।
पाकिस्तान आतंकवादियों को ऐसा प्रशिक्षण देता है कि वह युवाओं को हैवान बनाकर भारत भेज देता है जो यहां खून-खराबा करते हैं। जरूरत इस बात की है कि देशद्रोहियों को सख्ती से कुचला जाए। शांति-शांति पुकारने या कबूतर उड़ाने से कुछ हासिल नहीं होगा। दुश्मनों से घिरे भारत को 'शठे शाठ्याम समाचरेत' की नीति पर चलना होगा और राष्ट्रहित में कठोरता दिखानी होगी।
-किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर