बेहतरी के संकेत
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उद्बोधन और संसद में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश होने के साथ ही बजट सत्र का आगाज हो गया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उद्बोधन और संसद में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश होने के साथ ही बजट सत्र का आगाज हो गया। यह बजट सत्र ऐसे मोड़ पर आयोजित हो रहा है, जब देश तेजी और मजबूती के साथ अर्थव्यवस्था की बहाली की दिशा में बढ़ने को लालायित है। लोग उम्मीदों से भरे हुए हैं। राष्ट्रपति ने अपने उद्बोधन में परंपरागत रूप से सरकार के बेहतर कार्यों का हवाला दिया है। विशेष रूप से महिला सशक्तीकरण और टीकाकरण अभियान की प्रशंसा वाजिब ही है। इसमें कोई शक नहीं कि हमारा विशाल देश इस मुश्किल दौर में भी बेहतर प्रदर्शन की पूरी कोशिश कर रहा है, पर हमें और बेहतर करने की ओर बढ़ना है। शायद इसी संकल्प के साथ आर्थिक सर्वेक्षण सदन में पेश किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वे में वित्त वर्ष 2022 के लिए 9.2 प्रतिशत जीडीपी विकास दर का अनुमान लगाया है। अनुमान है, भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2022-23 के दौरान 8 से 8.5 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी। यह बात छिपी नहीं है कि पिछले वर्ष अच्छे नहीं बीते हैं। कोरोना व लॉकडाउन की वजह से बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंची है, इसीलिए उसकी स्थिति सामान्य होने में वक्त लग रहा है।
हिन्दुस्तान