रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन के मसले पर रूस को युद्ध में खींचना चाहता है। दूसरी तरफ अमेरिका बार-बार दोहरा रहा है कि युद्ध किसी के हक में नहीं होगा। बावजूद इसके, यूक्रेन पर दोनों पक्षों के बीच तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का रूस को लेकर रुख डॉनल्ड ट्रंप के मुकाबले ज्यादा कड़ा दिख रहा है तो उसकी वजह भी है। एक तो उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी मानती है कि पूतिन अमेरिका के घरेलू मामलों में अवैध दखलंदाजी करते हैं। दूसरी बात यह कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के फैसले के चलते राष्ट्रपति बाइडन की जो किरकिरी हुई, रूस को झुकाते हुए दिखने से उसकी कुछ भरपाई हो सकती है। मगर दोनों पक्षों के बीच का यह तनाव भारत की मुश्किलें बढ़ा रहा है। अब तक उसने खुद को तटस्थ बनाए रखा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस हफ्ते यूक्रेन पर चर्चा से पहले हुई प्रक्रियागत वोटिंग में भारत शामिल नहीं हुआ। लेकिन अगर दोनों पक्षों में युद्ध की नौबत आती है तो भारत की उलझन निश्चित रूप से बढ़ जाएगी।
नवभारत टाइम्स