चीन पर लगाम

हिंद प्रशांत क्षेत्र में ताकत के बलबूते अपना विस्तार करने में जुटे चीन को क्वाड संगठन ने अभी तक का सबसे बड़ा संदेश दिया है। चीन के खिलाफ वैश्विक मंच पर एक साझा रणनीति तैयार होने लगी है।

Update: 2022-05-26 05:39 GMT

Written by जनसत्ता: हिंद प्रशांत क्षेत्र में ताकत के बलबूते अपना विस्तार करने में जुटे चीन को क्वाड संगठन ने अभी तक का सबसे बड़ा संदेश दिया है। चीन के खिलाफ वैश्विक मंच पर एक साझा रणनीति तैयार होने लगी है। तोक्यो में क्वाड के चारों देशों के शीर्ष नेताओं ने जारी संयुक्त बयान में न सिर्फ चीन पर सीधे तौर पर निशाना साधा, बल्कि उसके मित्र राष्ट्रों मयांमा और पाकिस्तान के लिए भी चुभती हुई टिप्पणियां की हैं।

इस क्षेत्र के देशों को चीन के कर्ज से उबारने की रणनीति बनाई गई है और पांच वर्षों में पूरे क्षेत्र में ढांचागत विकास के लिए लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए की मदद की घोषणा की गई है। क्वाड के एजेंडे में आतंकवाद का मुद्दा प्रमुखता से शामिल रहा। क्वाड शिखर सम्मेलन में पहली बार मुंबई और पठानकोट आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई और आतंकवाद को पनाह देने को लेकर परोक्ष तौर पर पाकिस्तान पर निशाना साधा गया। इसमें किसी भी सूरत में आतंकवादी गतिविधियों को न्याय संगत न ठहराने की बात कही गई है।

हर चीज की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है। भारतीय रिजर्व बैंक का उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण सर्वेक्षण दिखाता है कि उपभोक्ताओं का विश्वास अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है और मुद्रास्फीति के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है। क्यों बढ़ रही है महंगाई? पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ी हैं। इसके कारण महंगाई में तेजी आई है। आर्थिक विकास पर असर हम यह नहीं कह सकते कि मुद्रास्फीति अभी विकास को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है। इसके पीछे कई कारण हैं, लेकिन जब खर्च करने की बात आती है तो मुद्रास्फीति एक महत्त्वपूर्ण कारण होगी।

फिलहाल लोग बचत करने की कोशिश कर रहे हैं और पैसों को बैंक में जमा कर रहे हैं, लेकिन अगर ब्याज में कटौती होती है, तो उन बुजुर्गों और पेंशन धारियों का क्या होगा, जिनके पास बैंक में पैसे जमा कराने के अलावा बहुत कम विकल्प हैं। मुद्रास्फीति की ऊंची दर पर नियंत्रण पाना जरूरी है, ताकि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके।

पंजाब सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को मंत्रिमंडल से न केवल बर्खास्त कर दिया गया है, बल्कि उन्हें जेल भेज दिया गया है। वे अपने विभाग के हर काम में कमीशन मांग रहे थे। सुशासन के लिए इस प्रकार की ठोस कार्रवाई बहुत जरूरी है, ताकि भ्रष्टाचारियों में खौफ पैदा किया जा सके। पंजाब सरकार ने छवि की चिंता किए बिना दागी को जेल भेजना साहसिक कदम है। अगर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना है तो केंद्र और सभी राज्यों की सरकारों को भी इसी प्रकार की कार्रवाई करनी चाहिए!

 

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